फरीदाबाद में सनातन संस्था द्वारा गणेश जी के विषय में शास्त्रीय जानकारी दी गई !
स्कूल में ऐसी जानकारी देना अनिवार्य होना चाहिए जिससे अपने देवी देवताओं का महत्व सभी की ध्यान में आकर हिंदू धर्म पर श्रद्धा बढ़ेगी !
स्कूल में ऐसी जानकारी देना अनिवार्य होना चाहिए जिससे अपने देवी देवताओं का महत्व सभी की ध्यान में आकर हिंदू धर्म पर श्रद्धा बढ़ेगी !
श्री गणेश की उपासना सहित विभिन्न आध्यात्मिक विषयों पर श्रद्धालुओं को शास्त्रीय जानकारी मिलने की दृष्टि से श्री गणेश उत्सव पर गुरुग्राम स्थित में सनातन संस्था के साधकोंद्वारा दो दिनों का 7 सितंबर को शाम 5 से 9 बजे तक व 8 सितंबर को दोपहर 11.30 से 9 बजे रात्रि तक ग्रंथ प्रदर्शनी लगाई गई ।
सनातन धर्म को नष्ट करने के लिए शहरी नक्सलवादियों द्वारा लगातार साजिशें रची जा रही हैं । डॉ. नरेंद्र दाभोलकर और कॉ. गोविंद पानसरे जैसे आधुनिकतावादी की हत्याओं में सनातन संस्था को दोषी ठहराने के लिए अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति और शहरी नक्सलवादियों की साजिश थी, ऐसा सनातन संस्था के श्री. चेतन राजहंस ने कहा ।…
पेट में आम्ल की (acid की) मात्रा अधिक होने से आम्लपित्त का कष्ट होता है । मुंह में खट्टा स्वाद आना, छाती में जलन, ग्रहण किया अन्न अथवा खट्टा पानी पेट से पुन: मुंह में आना, निगलने में कष्ट होना, अपचन होना, पेट के ऊपर के भाग में वेदना इत्यादि आम्लपित्त के लक्षण हैं ।
सप्ताह में ३ से कम बार शौच होना, शौच शुष्क एवं कडक होना, शौच करने में कठिनाई होना, शौच करते समय वेदना होना, इसके साथ ही शौच अपूर्ण होने का भान होना, इसे ‘बद्धकोष्ठता’ कहते हैं । अयोग्य आहार की आदत, यह बद्धकोष्ठता का प्रमुख कारण हैं ।
21 जुलाई 2024 को, सनातन संस्था द्वारा देशभर में 75 स्थानों पर ‘गुरुपूर्णिमा महोत्सव’ का आयोजन किया गया है । यह महोत्सव मराठी, हिंदी, अंग्रेजी, गुजराती, तमिल, मल्यालम आदि भाषाओं में आयोजित किया गया है । सभी राष्ट्र और धर्म प्रेमी हिंदुओं से विनती है कि वे इस अनमोल पर्व का सहपरिवार लाभ लें ।
साधकों को साधना से जोडकर रखनेवाली, कठिन काल में मनोबल देनेवाली वह शक्ति है परात्पर गुरु डॉक्टरजी की साधकों के प्रति अपार प्रीति ! समष्टि के प्रति उच्च प्रीति, यह परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी की एक अभूतपूर्व विशेषता है ।
वर्तमान काल में सर्वस्व का त्याग अर्थात स्वयं का संपूर्ण जीवन हिन्दू धर्म एवं हिन्दू राष्ट्र के कार्य के लिए समर्पित करना है । धर्मनिष्ठ हिन्दुओं, साधकों एवं शिष्यों को आध्यात्मिक उन्नति के लिए हिन्दू धर्म एवं हिन्दू राष्ट्र के कार्य के लिए अपनी क्षमता के अनुसार त्याग करने की बुद्धि हो, यह श्री गुरु के चरणों में प्रार्थना है ।
वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव के ५ वें दिन अर्थात २८ जून के पहले सत्र में सनातन संस्था के ‘अध्यात्म का प्रास्ताविक विवेचन’ नामक गुजराती ‘ई-बुक’का प्रकाशन उत्तरप्रदेश के पावन चिंतन धारा आश्रम के संस्थापक पू. प्रा. पवन सिन्हा गुरुजी के शुभहस्तों किया गया । इस अवसर पर व्यासपीठ पर भूतपूर्व मुख्य जिलान्यायाधीश अधिवक्ता दिलीप देशमुख, … Read more
सनातन संस्था के संस्थापक सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी को 5 जून 2024 को फ्रान्स के सीनेट में (संसद में) ‘भारत गौरव पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया ।