फतेहपुर (राजस्थान) में धर्मशिक्षा एवं राष्ट्र्रजागृति प्रदर्शनी !
पश्चिमी संस्कृति का अंधानुकरण रोकने हेतु लगाई प्रदर्शनी लाभदायी !
पश्चिमी संस्कृति का अंधानुकरण रोकने हेतु लगाई प्रदर्शनी लाभदायी !
अखिल भारतीय धर्मसंघ शिक्षा मंडल के महामंत्री श्री. जगजीतनजी पाण्डेय ने सपरिवार सनातन के वाराणसी आश्रम को भेंट दी
सत् के मार्ग पर जब कदम रख ही दिए हैं, तो पीछे नहीं हटना; प्रसंग आने पर सत् के लिए अपने प्राण भी न्यौछावर करना है । गुरु गोविंद सिंहजी सदा-सर्वदा ऐसे विचार करनेवाले थे । गुरु गोविंद सिंहजी ने जीवनभर क्षत्रिय धर्म निभाया । गुरु गोविंद सिंहजी बाल्यावस्था से ही अपने साथियों के साथ … Read more
श्रीब्रह्मचैतन्य गोंदवलेकर महाराजजी का जन्म माघ शुक्ल पक्ष द्वादशी को (१९ फरवरी १८४५ को) सातारा जिले की माण तालुका गोंदवले बुद्रुक में हुआ । जन्म के समय उनका नाम गणपति रखा गया था । श्रीब्रह्मचैतन्य श्रीराम के उपासक थे । वे स्वयं को ब्रह्मचैतन्य रामदासी कहते थे ।
वैज्ञानिक पी.एम. भार्गव द्वारा गोमांस के विषय में किए गए वक्तव्य का प्रतिवाद वैज्ञानिक (?) पी.एम. भार्गव द्वारा किया गया वक्तव्य कि आयुर्वेद के अनुसार गोमांस अनेक व्याधियों पर समाधान !, यह वक्तव्य अर्धसत्य है । चरकसंहिता में गोमांस के गुणधर्म बताए गए हैं । १. प्राचीन समय में आयुर्वेद का अध्ययन करने से पूर्व … Read more
सनातन के रामनाथी आश्रम का स्थान ऋषि-मुनियों का तपोस्थान है । मेरे आश्रम निवास में मुझे इसकी प्रतीती हो रही है । मेरे जीवन का यह काल, एक महान कार्य के लिए दिया गया है ।
पू. (डॉ.) पिंगळेजीने २६.१०.१५ को टाटानगर में जूना आखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता श्री महंत विद्यानंद सरस्वती महाराजजी की भेंट ली । तब उन्होंने सनातन के कार्य को आशीर्वाद दिए ।
दादरी में आयोजित रामलीला तथा बीकानेर के श्री करणीमाता मंदिर में सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा धर्मप्रसार किया गया ।
यहां भारत स्वाभिमान पतंजली योग समिति की ओर से योग शिविर का आयोजन किया गया था । इस शिविर में उन्होंने सनातन संस्था को दो दिन आध्यात्मिक जानकारी देने के लिए आमंत्रित किया था ।
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