आगामी आपातकाल की संजीवनी : सनातन की ग्रंथमाला !
आगामी महायुद्धकाल में चिकित्सा-सुविधाएं दुर्लभ होंगी, तब इस ग्रंथमाला का महत्त्व समझ में आएगा ! समाज की सहायता हेतु आगामी आपातकाल की संजीवनी का प्रचार अत्यावश्यक !
आगामी महायुद्धकाल में चिकित्सा-सुविधाएं दुर्लभ होंगी, तब इस ग्रंथमाला का महत्त्व समझ में आएगा ! समाज की सहायता हेतु आगामी आपातकाल की संजीवनी का प्रचार अत्यावश्यक !
वर्तमान स्थिति को देखते हुए लगता है कि अब देश विनाश की ओर ही जानेवाला है । इस स्थिति में परिवर्तन लाने के लिए हिन्दू राष्ट्र लाना ही एकमात्र पर्याय है ।
तमिलनाडू के तंजावुर स्थित ७८ वर्षीय परम पूजनीय रामभाऊस्वामीजी ने वर्ष १९७५ से जलप्राशन नहीं किया है । वर्ष १९७७ से वे केवल दो केले और एक प्याली दूध, दिन में केवल एक ही बार ले रहे हैं । ऐसा होते हुए भी वे पूर्णतः कार्यक्षम हैं ।
मकर संक्राति के शुभ अवसर पर साधकों की रक्षा तथा हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु संस्था के आश्रम में उच्छिष्ट गणपति यज्ञ भावपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ ।
जोधपुर (राज.) – यहां प्रतिवर्ष लगनेवाले पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव मेले में विभिन्न विषयों के ग्रंथ एवं सात्त्विक उत्पादों के साथ धर्मशिक्षा, गोरक्षा एवं धर्माचरण संबंधी फलक-प्रदर्शनी लगाई गई थी ।
भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की द्वादशी को वामन एकादशी अथवा वामन जयंती कहा जाता है । इस दिन केरल में ओणम् नामक त्योहार मनाया जाता है ।
कुछ दिन पहले नासा (नैशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन, अमेरिकन संस्थान) द्वारा सूर्य के नाद का उपग्रह के माध्यम से किया ध्वनिमुद्रण यू-ट्यूब नामक जालस्थल पर उपलब्ध है ।
नई देहली यहां के केंद्रीय भारी उद्योगमंत्री (हेवी इंडस्ट्रीस मिनिस्टर) तथा शिवसेना के सांसद अनंत गीते से सनातन संस्था के प्रतिनिधि मिलने गए ।
अधिकांश नियतकालिकों में शब्दपहेलियां होती हैं । वे बौद्धिक स्तर की होती है । यहां मानसिक स्तर की पहेली दी है । इस लेखमाला में आध्यात्मिक स्तर की पहेलियां दी हैं ।
वैलेंटाईन डे संकीर्ण प्रेम सिखाता है, जबकि हिन्दू धर्म वसुधैव कुटुम्बकम् के व्यापक प्रेम की सीख देता है ।