सनातन के आश्रम पर स्थापित किए जानेवाले कलशों का वसंतपंचमी के शुभमुहूर्त पर किया गया विधिवत पूजन !
आगामी आपातकाल में साधकों की रक्षा हो व ब्रह्मांड से आनेवाले देवताआें के स्पंदन साधकों को मिलें, जिससे वे चैतन्यमय हों, इस हेतु महर्षि ने मंत्रशक्ति से प्रभारित तीन कलश भेजे हैं ।