मुसलमान आक्रामकों से प्रतिशोध लेनेवाली वीर राजकन्याएं !

सहस्रों वर्ष जिस भूमि की ओर किसी ने टेढी आंख कर नहीं देखा, उस भूमि पर वर्ष ७११ में सिंध प्रांत में जो आक्रमण हुआ, वह महाभयंकर था । उस समय राजा दाहीर सिंध देश के अधिपति थे । लडाई में राजा मारे गए, शील की रक्षा हेतु उनकी महारानी जलती चिता में कूद गईं ।

हे हिन्दू नारी, धर्माचरण से है तुम्हारी पहचान ! अबला नहीं, तुम हो रणरागिणी !

हमारी बेटियां, माताएं और बहनें जब तक दुर्गा अथवा झांसी की रानी का रूप नहीं धारण करतीं, तब तक हमें ऐसा नहीं मानना चाहिए कि क्रांति सफल हुई ।

सनातन आश्रम साधकों के लिए खरी प्रयोगशाला है !

आश्रम सर्वत्र ईश्वर की चेतना से ओतप्रोत है । जिन जीवों का भाग्योदय हुआ है, वही यहां आ सके हैं । साधकों का आचरण अत्यंत मधुर, प्रेमपूर्ण एवं शालीन है । ऐसा कहीं देखने को नहीं मिलता है; सभी के चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम !

श्यामजी कृष्ण वर्मा

स्वाधीनता आंदोलन के प्रयासों को सबल बनाने हेतु उन्होंने जनवरी १९०५ से इंडियन सोशियोलोजिस्ट नामक मासिक पत्र निकालना प्रारंभ किया और १८ फरवरी, १९०५ को इंडियन होमरूल सोसाइटी की स्थापना इस उद्देश्य से की कि भारतीयों के लिए भारतीयों के द्वारा भारतीयों की सरकार स्थापित हो ।

श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार

आज विश्व के प्रत्येक कोने में हिन्दू संस्कृति के प्रचार में रामायण, गीता, वेदोपनिषद से लेकर प्राचीन भारत के ऋषि-मुनियों की कथाओं को पहुंचाने का एकमात्र श्रेय भाईजी को है ।

बाबाराव सावरकर

वंदे मातरम व स्वतंत्रतालक्ष्मी की जय कहने मात्र से अंग्रेज सरकार ने उन्हें दंडित किया था । ऐसी कठिन परिस्थितियों में भी अपना कार्य आरंभ रखनेवाले बाबाराव सावरकरजी अर्थात,स्वतंत्रतावीर विनायक दामोदर सावरकर के अग्रज थे ।

सनातन के आश्रम पर स्थापित किए जानेवाले कलशों का वसंतपंचमी के शुभमुहूर्त पर किया गया विधिवत पूजन !

आगामी आपातकाल में साधकों की रक्षा हो व ब्रह्मांड से आनेवाले देवताआें के स्पंदन साधकों को मिलें, जिससे वे चैतन्यमय हों, इस हेतु महर्षि ने मंत्रशक्ति से प्रभारित तीन कलश भेजे हैं ।

वर्ष २०१६ में भारत में विपुल सुवृष्टि हो तथा आपात्काल का निवारण होे इस हेतु सौमिक सुवृष्टि योजनांतर्गत सोमयागों का आयोजन !

वर्ष २०१६ में भारत में विपुल सुवृष्टि हो व आपात्काल का निवारण हो, इस हेतु महाराष्ट्र के बार्शी (सोलापुर) स्थित श्री योगीराज वेद विज्ञान आश्रम की ओर से अश्‍वमेधयाजी प.पू. नाना काळे गुरुजी के मार्गदर्शन में सौमिक सुवृष्टि योजनांतर्गत २५ सोमयागों का नियोजन किया गया है ।

आध्यात्मिक पहेलियां (उत्तरोंसहित)

सनातन प्रभात आध्यात्मिक नियतकालिक होने से इस लेखमाला में आध्यात्मिक स्तर की पहेलियां दी हैं । इन पहेलियों से यह समझ में आएगा कि मानसिक, बौद्धिक और आध्यात्मिक स्तर की पहेलियां क्या होती हैं ।