उज्जैन सिंहस्थपर्व में साधना एवं गुरुकृपा के बल पर ३ साधक हुए जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्त !

सेवा की लगन, ईश्‍वर द्वारा प्रदान परिस्थिति का स्वीकार करनेवाली महाराष्ट्र के वर्धा (विदर्भ ) की श्रीमती विजया बरडेजी के साथ-साथ दृढता और लगन से परिपूर्ण गुरुसेवा करे पुणे के श्री. जयहिंद सुतारजी ने ६१ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर प्राप्त कर सभी के समक्ष आदर्श रखा है ।

उज्जैन सिंहस्थ पर्व : सनातन संस्था की ओर से धर्मप्रसार

उज्जैन सिंहस्थ पर्व में २० अप्रैल को श्री बडा उदासीन अखाडा की ओर से हाथी, घोडे और ऊंटों पर साधुआें को बिठाकर भव्य पेशवाई (शोभायात्रा) निकाली गई ।

रामायण जीवन जीने की सबसे उत्तम शिक्षा देती है ।

रामकथा भोग की नहीं त्याग की कथा हैं । यहां त्याग की प्रतियोगिता चल रही हैं और सभी प्रथम हैं, कोई पीछे नहीं रहा ।चारों भाइयों का प्रेम और त्याग एक दूसरे के प्रति अद्भुत-अभिनव और अलौकिक है ।

युनाइटेड किंगडम के सश्रद्ध हिन्दू हैं, सर्वाधिक सुखी लोग !

विविध धर्मों के लोगों के विषय में विचार करने पर हिन्दू सर्वाधिक सुखी हैं । हिन्दुओं के पश्‍चात ईसाई, सिक्ख, बौद्ध,ज्यू एवं अंत में मुसलमान लोगों का क्रम आता है, नास्तिकों का क्रम सब से नीचे है !

रामायणकालीन संस्कृति की ऐतिहासिक धरोहर की उपेक्षा करना, एक हिन्दूद्वेषी कर्म !

रामायणकालीन संस्कृति की ऐतिहासिक धरोहर का महत्त्व जागतिक स्तर पर सिद्ध होने पर भी भारतीय राज्यकर्ताआें द्वारा उसकी उपेक्षा करना, एक हिन्दूद्वेषी कर्म !

प्रजापिता ब्रह्मकुमारी संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सनातन संस्था का सहभाग

यहां प्रजापिता ब्रह्मकुमारी द्वारा आयोजित राजयोग से तनाव-मुक्त जीवन, इस विषय पर राज्योगिनी बी के उषा की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।

क्या श्रीविष्णु के नौवें अवतार भगवान बुद्ध एवं बौद्ध धर्म संस्थापक गौतम बुद्ध में है भेद ?

श्रीविष्णु के नौवें अवतार, बौद्ध धर्म संस्थापक गौतम बुद्ध से भिन्न हैं । इसकी कारणमीमांसा आगे दी है ।

हिन्दुओ, आनेवाले काल में स्वयं में धर्म के पक्ष में खडे रहने की पात्रता निर्माण करें !

सनातन धर्म का आचरण करना तथा उसमें निहित सिद्धांत, परंपरा तथा उनका वहन करनेवाले संतों पर श्रद्धा रखने से ही सामान्य हिन्दुआें में धर्म के पक्ष में खडे रहने की पात्रता निर्माण होगी । हिन्दुआें, नववर्षारंभदिन के शुभावसर पर ऐसी पात्रता निर्माण करने की सिद्धता करें !