पंचम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में हिन्दुत्वनिष्ठों द्वारा व्यक्त किए गए मनोगत !
पंचम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में हिन्दुत्वनिष्ठों द्वारा व्यक्त किए गए मनोगत !
पंचम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में हिन्दुत्वनिष्ठों द्वारा व्यक्त किए गए मनोगत !
विद्याधिराज सभागृह, रामनाथी – अगले सहस्रों वर्ष तक अखिल मानवजाति के लिए मार्गदर्शक ‘हिन्दू राष्ट्र’ चलाने हेतु ईश्वरी नियोजन के अनुसार उच्चलोक के बालकों ने जन्म लिया है । ऐसे बालको में जन्मतः राष्ट्र एवं धर्म के प्रति प्रेम, ईश्वर के प्रति अनन्यभाव तथा साधना करने की तीव्र लगन ऐसे गुण हैं । आज तक सनातन को ऐसे ५०० बालकों का परिचय हो गया है तथा इन में ६ दैवी बालकों का परिचय यहां हो रहे पंचम अखिल भारतीय अधिवेशन में उपस्थित धर्माभिमानियों को करा दिया गया है ।
केवल ईश्वर की कृपा से ही उस समय में हमें आवश्यकता पडनेपर तैरते जाते हुए भी सहायताकार्य करने की शक्ति प्राप्त हुई । श्रीकृष्णजी की कृपा से ही हम इस आध्यात्मिक शक्ति का अनुभव कर सकें ।
केवल शारीरिक व्यायाम करना योग नहीं है । योग अर्थात् ईश्वर से भेंट है । योग का उचित पद्धति से अभ्यास किया, तो अपने लिए ईश्वर का द्वार खुल सकता है ।
रामनाथी (गोवा) – शास्त्र-धर्म प्रचार सभा, बंगाल के सचिव डॉ. शिवनारायण सेन ने उपस्थित हिन्दुत्वनिष्ठों को प्रतिपादित करते हुए कहा, वर्तमान में भारत में अपने धर्मशास्त्र की प्रतिदिन आलोचना की जा रही है । जानबूझकर हिन्दुआें को भ्रमित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। बौद्धिक स्तरपर इन आघातों का खंडन कर उनका वैचारिक प्रतिकार करना आवश्यक है ।
पंचम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में २२ जून को सायंकालीन सत्र में श्री. प्रेम प्रकाश कुमारजी का आध्यात्मिक स्तर ६१ प्रतिशत घोषित किया गया । सनातन संस्था के धर्मप्रसारसेवक पू. नंदकुमार जाधवजी के करकमलों से भगवान श्रीकृष्ण की सनातन-निर्मित प्रतिमा और पुष्प देकर उनका सत्कार किया गया ।
रामनाथी (गोवा) – यहां हो रहे पंचम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के द्वितीय दिवस के अंतिम सत्र में हिन्दू संस्कृति के संवर्धन हेतु अमूल्य योगदान देनेवाले प्रा. शिवकुमार ओझा ने उपस्थितोंको मार्गदर्शन करते हुए कहा, हिन्दुआें को अपनी संस्कृति के विषय में अभिमान रखना चाहिए । हिन्दु संस्कृती जीवन का ध्येय सुनिश्चित करती है । यह संस्कृति शाश्वत तत्त्वों के आधारपर होने से वह सनातन एवं शाश्वत है । वह नष्ट नहीं होती ।
पंचम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के दूसरे दिन हिन्दू संस्कृति संवर्धन हेतु अमूल्य योगदान देनेवाले प्रा. शिवकुमार आेझा (आयु ८३ वर्ष ) ने ६२ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर प्राप्त करने की आनंदवार्ता सभी को दी गई । इस अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक पू. डॉ. चारुदत्त पिंगळे द्वारा भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा देकर प्रा. आेझा का सम्मान किया गया ।
हिन्दू राष्ट्र की (सनातन धर्म राज्य की) स्थापना हेतु आज, १९ जून को सवेरे संतों की उपस्थिति और वेदमंत्रों के घोष के बीच हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा आयोजित पंचम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन का शुभारंभ हुआ ।
सनातन के साधक डॉ. वीरेंद्रसिंह तावडे को बंदी बनाए जाने के उपरांत अभी तक मुख्य जांच संस्था सीबीआइ ने कोई भी अधिकृत जानकारी नहीं दी है; पर सूत्रों का संदर्भ देते हुए कुछ प्रसारमाध्यम झूठी कथा रचकर उन्हें प्रसिद्ध कर रहे हैं ।