वाहन की दुर्घटना न हो, साधक इसकी दक्षता इस प्रकार लें तथा प्रवास में उपयोग करने का ‘दुर्घटना निवारण यंत्र’!

‘वर्तमान में आपत्काल की तीव्रता तथा अनिष्ट शक्तियों के आक्रमण बढ रहे हैं । अतः साधकों के संदर्भ में निरंतर वाहन की दुर्घटना होने की घटनाएं हो रही हैं । अतएव साधक दुपहिया तथा चारपहिया वाहन चलाते समय आगे प्रस्तुत सावधानी अवश्य लें ।

‘तीव्र आपातकाल में केवल साधना ही मनुष्य को बचा सकेगी’, इस विषय में परात्पर गुरु डॉक्टर आठवले द्वारा समय-समय पर किया महत्त्वपूर्ण मार्गदर्शन !

परात्पर गुरु डॉ. आठवले ने आपातकाल में जीवनावश्यक वस्तएं एवं औषधियों के बिना दयनीय अवस्था न हो, इसलिए स्थूल से पूर्वतैयारी करने के विषय में जागृति की । इसके साथ ही आपातकाल का सामना करने के लिए साधकों की आध्यात्मिक स्तर पर तैयारी भी करवा ले रहे हैं । अब कोरोना महामारी के काल में ही बाह्य परिस्थिति इतनी प्रतिकूल हो गई है, तो भावी भीषण आपातकाल में क्या स्थिति होगी ?

पूर्वजों के कष्ट दूर होने हेतु पितृपक्ष में नामजप और श्राद्धविधि करें !

साधकों के लिए सूचना १. भगवान दत्तात्रेय का नामजप करें । ‘आजकल अनेक साधकों को अनिष्ट शक्तियों के कष्ट हो रहे हैं । पितृपक्ष के काल में (१० से २४ सितंबर २०२२ की अवधि में) इन कष्टों में वृद्धि होने से इस कालावधि में प्रतिदिन न्यूनतम १ घंटा ‘ॐ ॐ श्री गुरुदेव दत्त ॐ ॐ’ नामजप … Read more

सनातन के आश्रमों में सोलापुरी चादर, प्लेन (बिना डिजाइन) बेडशीट्स एवं टर्किश टॉवेल्स की आवश्यकता !

जो पाठक, शुभचिंतक एवं धर्मप्रेमी उपरोक्त सामग्री अर्पण स्वरूप में दे सकते हैं अथवा उसे खरीदने के लिए धनरूप में यथाशक्ति सहयोग करने के इच्छुक हैं, वे आगे दिए क्रमांक पर संपर्क करें ।

कोष्ठबद्धता

‘कोष्ठबद्धताके लिए गंधर्व हरितकी वटी’ औषधि की २ से ४ गोलियां रात सोने से पूर्व गुनगुने पानी के साथ लें ।

विकार दूर होने के लिए आवश्यक देवताओं के तत्त्वों के अनुसार दिए गए कुछ विकारों पर नामजप – ४

‘कोई विकार दूर होने के लिए दुर्गादेवी, राम, कृष्ण, दत्त, गणपति, हनुमान एवं शिव, इन ७ मुख्य देवताओं मे से किस देवता का तत्त्व कितनी मात्रा में आवश्यक है ?’, यह ध्यान में ढूंढकर मैंने कुछ विकारों पर जप बनाए हैं ।

दिल्ली मथुरा में गणेश चतुर्थी पर प्रवचन

श्री गणेश चतुर्थी के उपलक्ष्य पर मंदाकिनी एनकलेव, अलकनंदा, नई दिल्ली, मथुरा में श्री जी गार्डन सोसाइटी के मंदिर प्रांगण में गणेश चतुर्थी से अंनत चतुर्दशी में भगवान गणपति पूजा के बारे में विषय जानकारी दी गई जिसका लाभ लगभग 60 लोगों ने लिया ।

बाबा वंगा की भविष्यवाणी : सायबेरिया में प्राणघातक विषाणु की खोज होगी !

अन्य एक भविष्यवाणी में उन्होंने कहा था, वर्ष २०२२ में ‘ओमुआमुआ’ नामक एक लघुग्रह परग्रहवासियों द्वारा (‘एलियन्स’द्वारा) पृथ्वी ग्रह पर जीवन की खोज के लिए भेजा जाएगा । तदुपरांत ये ‘एलियन्स’ पृथ्वी के लोगों पर आक्रमण कर सकते हैं ।

आयुर्वेद : कौन से रोगों पर कौनसे आसन उपयुक्त ?

‘बुढापे में जोडों में वेदना, कमर में वेदना, पीठ में वेदना इत्यादि बीमारियां होने पर आधुनिक वैद्य (डॉक्टर) व्यायाम, योगासन इत्यादि करने के लिए कहते हैं । यहां ध्यान देनेवाली महत्त्वपूर्ण बात यह है कि बीमारी होने पर व्यायाम करने की अपेक्षा बीमारी हो ही नहीं; इसलिए व्यायाम करना अधिक लाभदायक होता है ।’

नींद कब और कितनी लें ?

आजकल रात में देर से भोजन करने एवं सोने की पद्धति सर्वत्र प्रचलित हो गई है । इसलिए अधिकांश लोगों के लिए शीघ्र उठना संभव नहीं होता । रात में देर से खाना एवं सवेरे देर से उठना, यह अनेक रोगों को आमंत्रण देनेवाला है ।