आध्यात्मिक पहेली

अधिकांश नियतकालिकों में शब्दपहेलियां होती हैं । वे बौद्धिक स्तर की होती हैं । सनातन प्रभात आध्यात्मिक नियतकालिक होने से इस लेखमाला में आध्यात्मिक स्तर की पहेलियां दी हैं । अत: इससे मानसिक, बौद्धिक एवं आध्यात्मिक स्तर की पहेलियों में भिन्नता ध्यान में आएगी ।

परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के अमृतमहोत्सव निमित्त…

प.पू. डॉक्टरजी हिन्दू धर्म की ग्लानि दूर करने के लिए ग्रंथ, नियतकालिकों के माध्यम से. निरंतर मागदर्शन करते रहते हैं । प्रत्येक साधक को मोक्षप्राप्ति हो, ऐसा ही मार्गदर्शन वे करते रहते हैं ।

गुरुदेव डॉ. काटेस्वामीजी की सनातन पर कृपादृष्टि !

सनातन को अनिष्ट शक्तियों से होनेवाले कष्ट और हिन्दू धर्म के प्रचार में उनके द्वारा उत्पन्न की जानेवाली बाधाएं दूर होने के लिए गुरुदेव डॉ. काटेस्वामीजी ने वर्ष २००४ से उनके देहत्याग तक जप, हवन, सप्तशतिपाठ आदि कर्म किए ।

योगः कर्मसु कौशलम् । इस वचन की प्रतीति देनेवाले सनातन के साधकों की परिपूर्ण सेवाभाव से साकार हुई कलाकृतियां !

कला ईश्‍वरप्राप्ति का एक माध्यम है । उस कला के स्वरूप की अपेक्षा उसे करते समय आनंद अनुभव करना अधिक महत्त्वपूर्ण है । योग्य साधना करने के कारण प्रत्येक कृत्य परिपूर्ण होता है और उस परिपूर्णता से ही सुंदर कला की उत्पत्ति होती है ।

आध्यात्मिक पहेली

अधिकांश नियतकालिकों में शब्दपहेलियां होती हैं । वे बौद्धिक स्तर की होती हैं । यहां मानसिक स्तर की पहेली दी है । सनातन प्रभात आध्यात्मिक नियतकालिक होने से इस लेखमाला में आध्यात्मिक स्तर की पहेलियां दी हैं ।

शारीरिक कष्ट होते हुए भी सहजावस्था में रहनेवाले पू. भगवंतकुमार मेनरायजी !

हिन्दू धर्म में श्रावण का माह वर्ष में विशेष महत्त्व रखता है । इसी माह में नागपंचमी की शुभतिथि पर शिवभक्त पू. भगवंतकुमार मेनरायजी का जन्म हुआ है ।

पू.(श्रीमती)सुशीला मोदी भाभी की ध्यान में आई कुछ गुणविशेषताएं !

मोदीभाभी पाक्षिक सनातन प्रभात का वितरण करना,पाक्षिक के लिए विज्ञापन लाना,विद्यालयों में सनातन बहियां तथा क्रांतिकारियों की प्रदर्शनी पहुंचाने के लिए प्रयत्न करना,अधिकाधिक लोगों तक सनातन पंचांग पहुंचाना,ऐसी अनेक सेवाआें में निरंतर व्यस्त रहती हैं ।

पंचम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में श्रीलंका के श्री. मरवनपुलावू सच्चिदानंदनजी ने प्राप्त किया ६४ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर

रामनाथी (गोवा) – गत चतुर्थ अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में श्रीलंका के हिन्दुआें की रक्षा के लिए लगन से कार्य करनेवालेे श्रीलंका के श्री. सच्चिदानंदनजी का ६१ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर घोषित किया गया था । पांचवे अधिवेशन में धर्मबंधुत्व की भावना रखनेवाले और वृद्धावस्था में भी हिन्दुआें की सुरक्षा के लिए कार्यरत श्री. सच्चिदानंदनजी का आध्यात्मिक स्तर ६४ प्रतिशत घोषित किया गया । हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक पू.(डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी के करकमलों से पुष्पहार पहना कर और भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा भेंट देकर श्री. मरवनपुलावू सच्चिदानंदनजी का सत्कार किया गया ।

पंचम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में ओडीशा के प्रेम प्रकाश कुमार ने प्राप्त किया ६१ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर !

पंचम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में २२ जून को सायंकालीन सत्र में श्री. प्रेम प्रकाश कुमारजी का आध्यात्मिक स्तर ६१ प्रतिशत घोषित किया गया । सनातन संस्था के धर्मप्रसारसेवक पू. नंदकुमार जाधवजी के करकमलों से भगवान श्रीकृष्ण की सनातन-निर्मित प्रतिमा और पुष्प देकर उनका सत्कार किया गया ।

हिन्दू संस्कृति संवर्धन हेतु अमूल्य योगदान देनेवाले प्रा. शिवकुमार ओझा ने प्राप्त किया ६२ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर !

पंचम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के दूसरे दिन हिन्दू संस्कृति संवर्धन हेतु अमूल्य योगदान देनेवाले प्रा. शिवकुमार आेझा (आयु ८३ वर्ष ) ने ६२ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर प्राप्त करने की आनंदवार्ता सभी को दी गई । इस अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक पू. डॉ. चारुदत्त पिंगळे द्वारा भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा देकर प्रा. आेझा का सम्मान किया गया ।