वैश्‍विक महामारी फैलानेवाले कोरोना विषाणु का नया प्रकार ओमिक्रॉन विषाणु से आध्यात्मिक स्तर पर लडने के लिए यह जप करें !

गुरुकृपा से यहां दिए गए जप से विश्‍व के सभी को लाभान्वित होकर ओमिक्रॉन विषाणु का विश्‍वभर का प्रभाव नियंत्रित हों और उसका प्रसार रुक जाएं, एवं यह नामजप करने के निमित्त से अनेकों को इस आपातकाल में साधना करने की गंभीरता ध्यान में आकर उनके द्वारा साधना आरंभ हों, यही श्रीगुरुचरणों में प्रार्थना !

वास्तु-विक्री यंत्र

आजकल साधकों को अपनी वास्तु बेचते समय अनेक अडचनें आ रही हैं’, ऐसे अनेक साधकों के उदाहरणों से ध्यान में आया है । भगवान श्रीकृष्ण से प्रार्थना की कि वास्तु का क्रय होने में आनेवाली अडचनें दूर होने के लिए कुछ उपाय सुझाएं ।’ भगवान श्रीकृष्ण ने वास्तु-विक्री की कुछ अडचनों को दूर होने हेतु ‘वास्तु-विक्री यंत्र’ सुझाया ।

‘निर्विचार’ अथवा ‘श्री निर्विचाराय नमः’ नामजप द्वारा निर्गुण स्‍थिति प्राप्‍त करने में सहायता होना

‘मन जब तक कार्यरत है तब तक मनोलय नहीं होता । मन निर्विचार करने हेतु स्‍वभावदोष-निर्मूलन, अहं-निर्मूलन, भावजागृति इत्‍यादि कितने भी प्रयास किए, तो भी मन कार्यरत रहता है । उसी प्रकार किसी देवता का नामजप अखंड किया, तो भी मन कार्यरत रहता है और मन में देवता की स्‍मृति, भाव इत्‍यादि आते हैं ।

‘कोरोना’ की महामारी में प्रतिरोधकक्षमता और आध्यात्मिक कैसे बढाए !

वर्तमान में ‘कोरोना’ की महामारी सर्वत्र फैल रही है । ‘इस विषाणु के संक्रमण से बचने के लिए चिकित्सकीय उपचारों के साथ प्रतिबंधात्मक उपायों स्वरूप तथा स्वयं की प्रतिरोधक क्षमता एवं आध्यात्मिक बल बढे, इस हेतु मंत्र-उपचार भी करें ।

आपातकाल में नमक-राई की कमी होने पर कुदृष्टि् उतारने की पद्धति

‘मैं एक साधक के लिए नामजपादि उपचार कर रहा था । उसका चैतन्य सहन न होने के कारण साधक का कष्ट अधिक बढ गया तथा उसके द्वारा मेरी ओर कष्टदायक शक्ति प्रक्षेपित होने लगी ।

हिन्दू अपने घर में वास्तुशांति करते हैं, मुस्लिम तथा ईसाई अपने घरों में यह विधि नहीं करते । तो क्या उन्हें भी कष्ट होता है ?

सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह है कि घर के सदस्य साधना करें । इसका कारण यह है कि वास्तु पर सबसे अधिक प्रभाव घर में रहनेवाले व्यक्तियों के स्वभाव अथवा आचरण का होता है । साधना से आपकी और वास्तु की भी सुरक्षा होगी ।

वास्तुदेवता की कृपादृष्टि सदैव हमपर बनी रहे इसलिए कैसी प्रार्थनाएं करें

आज हम सीखेंगे कि वास्तुदेवता की कृपादृष्टि सदैव हमपर बनी रहे इसलिए कैसी प्रार्थनाएं करें । प्रार्थना एसे करें कि हम आर्त भाव से ईश्वर को पुकार रहे हैं ।

प्रतिदिन आगे दिए आध्यात्मिक उपाय गंभीरता से करें !

‘वर्तमान में सर्वत्र प्रतिकूल परिस्थिति उत्पन्न हो गई है । साधकों के लिए इस काल में आगे दिए आध्यात्मिक उपाय प्रतिदिन करने अत्यंत आवश्यक हैं ।

सब साधक प्रतिदिन अपने साथ ‘रक्षायंत्र’ रखें ।

‘वर्तमान में आपातकाल की तीव्रता अधिक होने से साधकों पर स्थूल से अथवा सूक्ष्म से आक्रमण होने की संभावना है । इसलिए सर्व साधक प्रतिदिन अपने साथ ‘रक्षायंत्र’ रखें ।

कोरोना विषाणुओं के विरुद्ध स्‍वयं में प्रतिरोध शक्‍ति बढाने के लिए आध्‍यात्मिक बल प्राप्‍त हो, इसके लिए ईश्‍वर द्वारा सुझाया नामजप !

कोरोना विषाणुओं के विरुद्ध स्वयं में प्रतिरोधक शक्ति बढाने के लिए चिकित्सकीय सुझाव और चिकित्सा के साथ ही ईश्वर द्वारा सुझाए गए इन ३ देवतातत्त्वों के अनुपात के अनुसार निम्नांकित नामजप तैयार हुआ ।