हिन्दुओ, साधना से किसी भी स्थिति में आनंदित रह पाने के कारण विरोधक चाहे आसमान सर पर उठा लें, सनातन के साधक आनंदित हैं, यह जानकर आप भी साधना करो !
चारों ओर विषम स्थिति होते हुए भी सनातन के अधिकांश साधक आनंदित हैं । उनके चेहरे पर किसी भी प्रकार का तनाव अथवा भय प्रतीत नहीं होता । ऐसा होना अर्थात उनकी साधना अच्छी चलने का लक्षण है ।