अँटार्क्टिका के समीप विशालकाय बर्फ का टुकडा पिघला !

अटार्क्टिका से स्पेन के माजोर बंदरगाह तक बर्फ का एक विशाल टुकडा पानी में गिरा है । उपग्रह और हवाई जहाज द्वारा लिए छायाचित्र में यह दृश्य दिखाई दिया । यह विश्व का अबतक का सबसे महाकाय बर्फ का टुकडा है, ऐसा बताया जा रहा है । पिछले वर्ष भी अँटार्क्टिका में बर्फ का एक बडा टुकडा पिघल गया था ।

भारत में ‘ब्लैक फंगस’ के बाद अब ‘व्हाईट फंगस’ के भी मरीज मिले !

कोरोना पीडितों में ‘ब्लैक फंगस’ (म्युकरमायकोसिस) इस बीमारी का लक्षण दिखने के बाद अब ‘व्हाईट फंगस’ की समस्या दिखने लगी है । पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भरती कोरोना के ४ मरीजों में व्हाईट फंगस का लक्षण दिखाई दिया है । ऑक्सीजन पर रखे मरीजों को इस बीमारी का खतरा अधिक है, ऐसा विशेषज्ञों का कहना है ।

तौक्ते के पीछे पीछे अब ‘यास’ नामक चक्रवात टकराएगा !

तौक्ते के पीछे पीछे अब ‘यास’ नामक चक्रवात पूर्वी बंगाल एवं ओडिशा के तटों से टकराने की चेतावनी भारतीय मौसम विभाग ने दी है । यह चक्रवात २५ मई को बंगाल तथा २६ मई को ओडिशा से टकराने की आशंका है । बंगाल की खाडी में एक न्यून दबाव का क्षेत्र बन गया है एवं समुद्र के पानी का तापमान बढ गया है ।

सनातन आश्रम रामनाथी (गोवा) और देवद (पनवेल) में ‘ऑक्‍सीजन कॉन्‍सेन्‍ट्रेटर’ की त्‍वरित आवश्‍यकता !

सनातन के रामनाथी और देवद आश्रम में राष्‍ट्र और धर्म का कार्य नि:स्‍वार्थता से करनेवाले अनेक साधक निवास करते है । इनमें से कुछ रोगी साधकों के लिए समय-समय पर ऑक्‍सीजन की आवश्‍यकता होती है । वर्तमान में बाहर सर्वत्र ऑक्‍सीजन का अभाव है ।

भारत ‘हिन्‍दू राष्‍ट्र’ घोषित होना चाहिए ! – महामंडलेश्‍वर स्‍वामी रामगिरिजी महाराज, पंचदशनाम आवाहन अखाडा, ब्‍यावरा, मध्‍य प्रदेश

हरिद्वार ‘हिन्‍दू धर्म के लिए ‘सनातन धर्मशिक्षा एवं हिन्‍दू राष्‍ट्र जागृति केंद्र’ आवश्‍यक व प्रशंसनीय है । केंद्र के प्रबोधनपरक फलकों पर जो लेखन है, वह अटल सत्‍य है । यहां बताई जा रही जानकारी बहुत अच्‍छी है ।

सनातन संस्‍था एवं हिन्‍दू जनजागृति समिति का कार्य देखकर मुझे बहुत अच्‍छा लगा ! – श्री विभूषित श्रीमद़् परमहमसा अंतरराष्‍ट्रीय बाल संत श्री श्री १००८ महामंडलेश्‍वर स्‍वामी रामेश्‍वरानंद सरस्‍वती महाराज

हरिद्वार ‘‘पंजाब, जम्‍मू और हरिद्वार में हमारा हिन्‍दू धर्म का कार्य चल रहा है । सनातन संस्‍था और हिन्‍दू जनजागृति समिति का कार्य मुझे अत्‍यंत अच्‍छा लगा ।

सनातन संस्‍था और हिन्‍दू जनजागृति समिति हिन्‍दू संस्‍कृति तथा धर्माचरण की आवश्‍यकता समाज को समझा रही है – देवी श्री विद्यानंद सरस्‍वतीजी

हरिद्वार ‘‘राष्‍ट्र और धर्म से संबंधित प्रदर्शनी के माध्‍यम से जैसे धर्माचरण का महत्त्व विशद किया गया है, वैसे हम भी वैदिक धर्म, यज्ञ और गायत्री मंत्र का प्रसार करते हैं । हिन्‍दू संस्‍कृति और धर्माचरण की आवश्‍यकता आपने प्रदर्शनी के माध्‍यम से बहुत अच्‍छे से समझाई है । वर्तमान में समाज में धर्मप्रसार की बहुत आवश्‍यकता है ।’’

गलवान घाटी में चीन द्वारा युद्ध की तैयारी !

भारत में जैसे ही कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप हुआ है, वैसे ही चीन पूर्वी लद्दाख की सीमा पर युद्ध की तैयारी करता दिखाई दे रहा है । चीन ने तिब्बत में भारतीय सीमा के पास अत्याधुनिक पी.एच.एल -३ रॉकेट लांचर तैनात किए हैं । चीन के सरकारी सीसीटीवी ने इस संबंध में वृत्त दिया है ।

हिमालय में बर्फ पिघलने से बडी संख्या में तालाब बन रहे हैं !

’’ ग्लोबल वार्मिंग ’’ के फलस्वरूप, गत कुछ वर्षों से बर्फाच्छादित पहाडों की बर्फ पिघल रही है । भारत के हिमालय में भी स्थिति ऐसी ही है । परिणामस्वरूप, तालाबों का जल स्तर लगातार बढ रहा है । साथ ही उनका आकार भी बढ रहा है । जिसके परिणामस्वरूप, यहां नदियों के क्षेत्रों में बाढ का खतरा है ।

चीन विगत छह वर्षों से तृतीय विश्व युद्ध के लिए जैविक अस्त्र निर्माण कर रहा था !

कोरोना की उत्पत्ति चीन में हुई थी, इसे अब लोग भुलने लगे हैं तथा चीन में इसका प्रभाव कब का न्यून हो गया है एवं पूर्व जैसा परिवहन अभी आरंभ हुआ है । ऐसे में अमेरिकी गुप्तचर विभाग ने चीन की एक रिपोर्ट ढूंढ निकाली है । १८ विशेषज्ञों द्वारा लिखी गई रिपोर्ट में पाया गया कि, चीन विगत छह वर्षों से तृतीय विश्व युद्ध के लिए कोरोना जैसा एक जैविक अस्त्र निर्माण कर रहा था, एवं उसने वास्तव में कोरोना के माध्यम से तीसरा युद्ध शुरू किया है ।