सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा धर्मशिक्षा फलक और ग्रंथप्रदर्शनी कक्ष का उद्घाटन !
सनातन संस्था का कार्य धर्मानुरूप है ! – श्रद्धेयप्रवर पूज्य गुणप्रकाश चैतन्यजी महाराज
सनातन संस्था का कार्य धर्मानुरूप है ! – श्रद्धेयप्रवर पूज्य गुणप्रकाश चैतन्यजी महाराज
नाडीपट्टिका के माध्यम से महर्षिजी ने किए मार्गदर्शनानुसार रामनाथी, गोवा के सनातन आश्रम पर ३ दैवी कलशों की अक्षय तृतीया को स्थापना हुई । काल का प्रतिनिधित्व करनेवाले इन कलशों की स्थापना से आश्रम को मंदिर का स्वरूप प्राप्त हो गया है ।
सेवा की लगन, ईश्वर द्वारा प्रदान परिस्थिति का स्वीकार करनेवाली महाराष्ट्र के वर्धा (विदर्भ ) की श्रीमती विजया बरडेजी के साथ-साथ दृढता और लगन से परिपूर्ण गुरुसेवा करे पुणे के श्री. जयहिंद सुतारजी ने ६१ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर प्राप्त कर सभी के समक्ष आदर्श रखा है ।
उज्जैन सिंहस्थ पर्व में २० अप्रैल को श्री बडा उदासीन अखाडा की ओर से हाथी, घोडे और ऊंटों पर साधुआें को बिठाकर भव्य पेशवाई (शोभायात्रा) निकाली गई ।
यहां प्रजापिता ब्रह्मकुमारी द्वारा आयोजित राजयोग से तनाव-मुक्त जीवन, इस विषय पर राज्योगिनी बी के उषा की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।
आश्रम सर्वत्र ईश्वर की चेतना से ओतप्रोत है । जिन जीवों का भाग्योदय हुआ है, वही यहां आ सके हैं । साधकों का आचरण अत्यंत मधुर, प्रेमपूर्ण एवं शालीन है । ऐसा कहीं देखने को नहीं मिलता है; सभी के चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम !
आगामी आपातकाल में साधकों की रक्षा हो व ब्रह्मांड से आनेवाले देवताआें के स्पंदन साधकों को मिलें, जिससे वे चैतन्यमय हों, इस हेतु महर्षि ने मंत्रशक्ति से प्रभारित तीन कलश भेजे हैं ।
मकर संक्राति के शुभ अवसर पर साधकों की रक्षा तथा हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु संस्था के आश्रम में उच्छिष्ट गणपति यज्ञ भावपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ ।
यहां प्रगति मैदान स्थित विश्व पुस्तक मेले में सनातन संस्था द्वारा ९ से १७ जनवरी की कालावधि में अध्यात्म, राष्ट्र-धर्म, देवता संबंधी अनमोल ज्ञान प्रदान करनेवाले ग्रंथों की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया ।
उज्जैन के कार्तिक मेले में सनातन संस्था और हिन्दू जनजागृति समिति की प्रदर्शनी का उद्घाटन !