सनातन की कोर्ट ट्रायल नहीं, अपितु मिडिया ट्रायल चालू ! – अभय वर्तक, सनातन संस्था

आज सनातन की कोर्ट ट्रायल नहीं, अपितु मिडिया ट्रायल चालू है । सनातन संस्था पर अन्याय के विरुद्ध २० अगस्त को विशाल पदफेरी का आयोजन किया गया है । सनातन संस्था के प्रवक्ता श्री. अभय वर्तक ने ऐसा प्रतिपादित किया ।

भृगुसंहिता और शिवसंहिता के सनातन आश्रम में शुभागमन पर साधकों ने अनुभव किए चैतन्यमय क्षण !

सनातन के संत पूज्य डॉ. मुकुल गाडगीळ और सद्गुरु (श्रीमती) बिंदा सिंगबाळ ने मंगलवाद्यों की धुन तथा वेदोच्चारसे पवित्र हुए वातावरण में भृगुसंहिता और शिवसंहिता का आश्रम में स्वागत और पूजन किया ।

हिन्दुआेंका पवित्र धर्मग्रंथ ‘भगवद्गीता’ से मैनेजमेंट सीखेंगे राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्र !

हिन्दूआेंका पवित्र धर्मग्रंथ भगवद्गीता और रामायण अब राजस्थान विश्वविद्यालय से संबंधित कॉलेजों के कॉमर्स और मैनेजमेंट के पोस्ट ग्रैजुएट (स्नातकोत्तर) कोर्सेज के छात्रों के पाठ्यक्रम में शामिल होंगे। इन धार्मिक ग्रंथों की मदद से छात्रों को मैनेजमेंट की नीति सिखाई जाएंगी।

सनातन संस्था, हिन्दू जनजागृति समिति और अन्य समविचारी संगठनों के संयुक्त तत्त्वावधान में भावपूर्ण गुरुपूर्णिमा महोत्सव संपन्न !

अपार कृतज्ञता के इन भावाश्रुआें की सुमनांजली श्रीगुरु के चरणकमलों पर अर्पित करते हुए साधकजन, हिन्दू धर्माभिमानी और सनातन के हितैषियों ने गुरुपूर्णिमा महोत्सव मनाया ।

जोधपुर सेवा सम्मान समारोह में सनातन संस्था सम्मानित

जोधपुर (राजस्थान) – जोधपुर में कार्यरत स्वयंसेवी संस्थाआें से समाज परिचित हो; इसलिए नंदकिशोर राठी मेडिकल एन्ड एज्युकेशनल ट्रस्ट एवं सिटीझन सोसायटी फॉर एज्युकेशन के संयुक्त आयोजन में हालही में जोधपुर सेवा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था । इस समारोह में सनातन संस्था एवं हिन्दु जनजागृति समिति इन संगठनोंसहित स्थानीय १५१ स्वयंसेवी संस्थाआें को सम्मानित किया गया । इस अवसरपर व्यासपिठपर प.पू. स्वामी देवगिरीजी, पू. स्वामी अचलानंदजी की वंदनीय उपस्थितिसहित महापौर श्री. घनश्याम ओझा, मंडल आयुक्त श्री. रतन लाहोटी, जोधपुर स्वयंसेवी संस्था संघ के अध्यक्ष श्री. गोपालचंद भंडारी उपस्थित थे ।

‘जागृत नेपाली संगठन’ और नेपाली हिन्दुआें की ओर से सनातन संस्था का सम्मान

रामनाथी (गोवा) – नेपाल के हिन्दुआें की मांग है कि नेपाल को पुनः हिन्दू राष्ट्र घोषित किया जाए । अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के माध्यम से देशभर के हिन्दुत्वनिष्ठों ने इस मांग को संपूर्ण समर्थन दिया है । जागृत नेपाली संगठन की ओर से हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए कार्यरत अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन की आयोजक संस्थाएं हिन्दू जनजागृति समिति और सनातन संस्था तथा भारत के समस्त हिन्दुत्वनिष्ठों का भगवान बुद्ध की मूर्ति देकर सम्मान किया गया । हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक पू.(डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी ने इस सम्मान का स्वीकार किया ।’

पंचम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में श्रीलंका के श्री. मरवनपुलावू सच्चिदानंदनजी ने प्राप्त किया ६४ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर

रामनाथी (गोवा) – गत चतुर्थ अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में श्रीलंका के हिन्दुआें की रक्षा के लिए लगन से कार्य करनेवालेे श्रीलंका के श्री. सच्चिदानंदनजी का ६१ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर घोषित किया गया था । पांचवे अधिवेशन में धर्मबंधुत्व की भावना रखनेवाले और वृद्धावस्था में भी हिन्दुआें की सुरक्षा के लिए कार्यरत श्री. सच्चिदानंदनजी का आध्यात्मिक स्तर ६४ प्रतिशत घोषित किया गया । हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक पू.(डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी के करकमलों से पुष्पहार पहना कर और भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा भेंट देकर श्री. मरवनपुलावू सच्चिदानंदनजी का सत्कार किया गया ।

गुरुदेवजी की कृपा से धर्म का कार्य करना हमारे लिए संभव हो रहा है – जयराज सालियन, चिरंजिवी युवक मंडल, कर्नाटक

चिरंजिवी युवक मंडल के जयराज सालियन ने पंचम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के पांचवे दिन हुए उद्बोधन सत्र में प्रतिपादित करते हुए कहा, ४ वर्ष पूर्व मैं सनातन संस्था एवं हिन्दु जनजागृति समिति के संपर्क में आया । उसके पश्‍चात मुझे मेरे प्रत्येक प्रश्‍न का उत्तर मिला । अब हमने हमारे कार्यक्रम सनातन संस्था द्वारा किए गए मार्गदर्शन के अनुसार करना प्रारंभ किया है । अब हम अनेक हिन्दुत्वनिष्ठों को प्रसारमाध्यमों के माध्यम से संगठित कर रहे हैं । गुरुदेवजी की कृपा से ही धर्म का कार्य करना हमारे लिए संभव हो रहा है ।

पंचम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में हिन्दुत्वनिष्ठों द्वारा व्यक्त किए गए मनोगत !

पंचम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में हिन्दुत्वनिष्ठों द्वारा व्यक्त किए गए मनोगत !

हिन्दू अधिवेशन में ‘हिन्दू राष्ट्र’ चलाने में सक्षम भावी पीढी की पहचान !

विद्याधिराज सभागृह, रामनाथी – अगले सहस्रों वर्ष तक अखिल मानवजाति के लिए मार्गदर्शक ‘हिन्दू राष्ट्र’ चलाने हेतु ईश्‍वरी नियोजन के अनुसार उच्चलोक के बालकों ने जन्म लिया है । ऐसे बालको में जन्मतः राष्ट्र एवं धर्म के प्रति प्रेम, ईश्‍वर के प्रति अनन्यभाव तथा साधना करने की तीव्र लगन ऐसे गुण हैं । आज तक सनातन को ऐसे ५०० बालकों का परिचय हो गया है तथा इन में ६ दैवी बालकों का परिचय यहां हो रहे पंचम अखिल भारतीय अधिवेशन में उपस्थित धर्माभिमानियों को करा दिया गया है ।