युवा साधकों, पंचसूत्री के नुसार साधना के प्रयास करें ! – सद्गुरु (श्रीमती) बिंदा सिंगबाळ
यहां १८ से २१ अक्तूबर इस कालावधी में आयोजित किया गया युवा साधक प्रशिक्षण शिविर उत्साही वातावरण में संपन्न हुआ ।
यहां १८ से २१ अक्तूबर इस कालावधी में आयोजित किया गया युवा साधक प्रशिक्षण शिविर उत्साही वातावरण में संपन्न हुआ ।
तथाकथितों में अध्यात्म के अभ्यास का अभाव रहता है तथा उनमें सीखने की वृत्ति भी नहीं होती; इसलिए उनका ज्ञान अत्यंत न्यून रहता है । अतः उनके मार्गदर्शन के समय लिखने जैसा कोई भी न होने के कारण उनके भक्त भी कुछ भी नहीं लिखते ।
सिंहगड पथ पर अभिरूची मॉल के निकट लक्ष्मी मंदिर में राजमाता जिजाऊ नवरात्रोत्सव मंडल की ओर से नवमी के दिन पृथक क्षेत्र में विशेष कार्य करनेवाली नौ महिलाओं का नवदुर्गा पुरस्कार से आदर किया गया । उनमें सनातन संस्था की भूलतज्ञ डॉ. ज्योती काळे तथा रणरागिणी की कु. क्रांती पेटकर को भी पुरस्कार प्रदान किया गया ..
विशेष जांच दल (एस.आइ.टी.)के प्रमुख पुलिस महानिरीक्षक बी.के. सिंह ने स्पष्ट किया कि गौरी लंकेश हत्या प्रकरण में सनातन संस्था का हाथ होने की जानकारी केवल प्रसिद्धि-माध्यमों में है । हमारे पास अभी तक किसी भी संस्था के विषय में कोई जानकारी नहीं है ।’
नवमी के दिन पृथक क्षेत्र में विशेष कार्य करनेवाली नौ महिलाओं का नवदुर्गा पुरस्कार से आदर किया गया । उनमें सनातन संस्था की भूलतज्ञ डॉ. ज्योती काळे तथा रणरागिणी की कु. क्रांती पेटकर को भी पुरस्कार प्रदान किया गया ।
श्रीकृष्ण के प्रति उत्कट भाव होनेवाली चेन्नई की सनातन की साधिका श्रीमती उमा रविचंद्रन् ने ७१ प्रतिशत स्तर प्राप्त किया है । इस दिन सनातन के सुवर्णमय इतिहास में उनके ७० वी समष्टि संत के रूप में विराजमान होने की आनंददायी घोषणा की गई |
चैतन्यदायी गुरुपूर्णिमा महोत्सव में सहस्त्रो लोगों ने अनुभव किया गुरुपरंपरा की महानता !
सनातन की प्रसारसेविका सद्गुरु (कु.) अनुराधा वाडेकर ने 9 जुलाई को अर्थात् गुरुपूर्णिमा के शुभदिन पर यह घोषित किया कि, ‘यहां के सनातन के आश्रम में साधकों की आध्यात्मिक माता कहलानेवाली (श्रीमती) अश्विनी पवार (आयु 27 वर्ष ) ने 71 प्रतिशत स्तर प्राप्त कर वे सनातन की 69 वे संतपद पर विराजमान हुई हैं ।’
सनातन संस्था, हिन्दू जनजागृति समिति तथा अन्य आध्यात्मिक संगठनों ने १०० से भी अधिक स्थानोंपर गुरूपूर्णिमा महोत्सव का आयोजन किया है । हिन्दी, मराठी, कन्नड, तमिल, तेलुगू, मल्यालम, बांग्ला, गुजराती, आेडिया, नेपाली तथा अंग्रेजी इन ११ भाषाआें में ‘फेसबूक लाइव’ के माध्यम से सीधा प्रसारण किया जाएगा ।
पर्यावरण का ऱ्हास होने के कारण ही समुद्र के पेट में तीव्र भूकंप, ज्वालामुखी का उद्रेक अथवा भूकंप की घटना घटने से त्सुनामी लहरी निर्माण होने की संभावना रहती है । लहरों की आगे बढने की गति प्रति घंटा ८०० ते १ सहस्र किलोमीटर इतनी रहती है ।