सनातन संस्था के आश्रमों को भ्रमण करने के पश्चात् रामायण का स्मरण होता है ! – दुर्गेश परूळकर, संस्थापक, गीता अभ्यास मंडल

डोंबिवली के गीता अभ्यास मंडल के संस्थापक, लेखक तथा व्याख्याता श्री. परूळकर ने पत्नी श्रीमती मेधा परूळकर, साथ ही मंडल के १८ सभासदों के साथ सनातन आश्रम को २४ दिसम्बर को सदिच्छा भ्रमण किया । आश्रम का दर्शन करते समय उन्होंने यह उद्गार व्यक्त किए कि, ‘जब जब मैं सनातन संस्था के आश्रमों को भ्रमण करता हूं, उस समय मुझे रामायण का स्मरण होता है ।

प्रथमोपचार प्रशिक्षण के साथ हिन्दु राष्ट्र की स्थापना हेतु वैद्यकीय क्षेत्र में व्यापक संगठन करें ! – सद्गुरु (श्रीमती ) बिंदा सिंगबाळ

‘आगामी आपातकाल में तथा युद्ध कालावधी में सज्जन, साधक एवं संतों की रक्षा करने हेतु अपना आध्यात्मिक बल वृद्धिंगत हो; इसलिए स्वभावदोष निर्मूलन प्रक्रिया का सराव (प्रक्टीस) नियमित करना आवश्यक है ।

सनातन संस्था के संस्थापक परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी की हत्या करने की धमकी ईसाईयों ने पत्र द्वारा दी

जेम्स अण्णामलाई नामक ईसाई व्यक्ति ने उनके भ्रमणभाष क्रमांक के साथ सनातन संस्था का मुख्य कार्यालय फोंडा, गोवा के सनातन आश्रम में सनातन संस्था के प्रवक्ता श्री. चेतन राजहंस के नाम पर धमकी का पत्र डाक द्वारा भेजा है ।

पत्र में ईसाई व्यक्ति ने दी सनातन संस्था के संस्थापक डॉ. आठवले जी की हत्या करने की धमकी; पुलिस में शिकायत दर्ज

सनातन संस्था के मुख्य कार्यालय फोंडा, गोवा स्थित सनातन के आश्रम में सनातन संस्था के प्रवक्ता श्री. चेतन राजहंस के नाम आज सवेरे एक धमकी भरा पत्र डाक से मिला । जेम्स अण्णामलाई नामक ईसाई व्यक्ति ने अपने सचल दूरभाष क्रमांक (मोबाइल नंबर) के साथ यह पत्र भेजा है ।

प्रथमोपचार प्रशिक्षण से आगामी संकटकाल का स्थिरता और संयम से सामना करना सरल होगा ! – सद्गुरु (श्रीमती) बिंदा सिंगबाळ

आनेवाले संकटकाल में प्रथमोपचार सेवक, अन्यों को हमारी सहायता हो इस उद्देश्य से प्रथमोपचार की सेवा में साधना की नींव के आधार पर प्रयास करें । अन्यों का विचार करना, अपनत्व निर्माण करना, प्रेम देना व सेवाभावी वृत्ति से सेवा करना, यह श्रीगुरु को अपेक्षित है ।

सेवा परिपूर्ण करने से फलनिष्पत्ती बढती है ! – सद्गुरु सत्यवान कदम

लेखा सेवक ने सेवा करते समय स्वयं में उपस्थित स्वभावदोष एवं अहं का नष्ट कर स्वयं में साधकत्व निर्माण हो तथा स्वयं में गुणवृद्धी हो; इसलिए यहां के सनातन आश्रम में ८ से ११ दिसम्बर की कालावधी में ४ दिन का राष्ट्रीय स्तर पर ‘लेखा प्रशिक्षण एवं साधनावृद्धी शिविर’ का आयोजन किया गया था ।

साधको, नामजप करते समय मन में यदि अर्थहीन विचार आते हों, तो वैखरी वाणी में नामजप करें ! – (सद्गुरु) श्रीमती बिंदा सिंगबाळ

आध्यात्मिक कष्ट से साधकों की रक्षा करनेवाला और चित्त पर नए संस्कार न हों; इसके लिए सहायता करनेवाले नामजप को भावपूर्ण एवं एकाग्रता के साथ करें ! – (सद्गुरु) श्रीमती बिंदा सिंगबाळ

गीता जयंती के अवसर पर भारतीश्रीपीठम की ओर से सनातन संस्था का सम्मान !

गीता जयंती के अवसर पर भारतीश्रीपीठम की ओर से १९ से २६ नवंबर २०१७ तक देहली के सर्वेश्वर मंदिर भारतीश्रीपीठम में गीता ज्ञान यज्ञ साधन सप्ताह आयोजित किया गया । इस कार्यक्रम में सभी हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों एवं संतों को तथा सनातन संस्था को भी आमंत्रित किया गया था ।

कृषिभूमि पर अथवा घर में स्थित गमलों में बहुगुणी आयुर्वेदीय औषधियों का रोपण कर आगामी संकटकाल हेतु सिद्ध हो जाएं !

युद्धकाल में डॉक्टर तथा औषधियां उपलब्ध न होने से स्वास्थ्य संकट में पड सकता है । ऐसे समय अपने पास घरेलू औषधियां हों, तो उनका उपयोग किया जा सकता है । ऐसी औषधियां तत्काल उपलब्ध होने हेतु प्रत्येक को अपनी क्षमता के अनुसार वनौषधियों का रोपण करना चाहिए ।

भारत पर आए चीन व पाकिस्तान रूपी संकट से रक्षा के लिए पहले बताए गए मंत्र के स्थान पर यह मंत्र दिन में दो समय २१-२१ बार पढें !

नया मंत्र दिन में दो समय २१ बार पढना अथवा सुनना है । यह मंत्र २१ बार पढने या सुनने में लगभग ६ मिनट लगते हैं । अर्थात इस मंत्र को दो बार पढने एवं सुनने के लिए आपको प्रतिदिन १२ मिनट देना पडेगा ।