सनातन संस्था के आश्रमों को भ्रमण करने के पश्चात् रामायण का स्मरण होता है ! – दुर्गेश परूळकर, संस्थापक, गीता अभ्यास मंडल
डोंबिवली के गीता अभ्यास मंडल के संस्थापक, लेखक तथा व्याख्याता श्री. परूळकर ने पत्नी श्रीमती मेधा परूळकर, साथ ही मंडल के १८ सभासदों के साथ सनातन आश्रम को २४ दिसम्बर को सदिच्छा भ्रमण किया । आश्रम का दर्शन करते समय उन्होंने यह उद्गार व्यक्त किए कि, ‘जब जब मैं सनातन संस्था के आश्रमों को भ्रमण करता हूं, उस समय मुझे रामायण का स्मरण होता है ।