सनातन पर प्रतिबंध लगाने की मांग करनेवाले पॉप्यूलर फ्रंट ऑफ इंडिया के विषय चुप क्यों ?

कर्नाटक राज्य के वर्तमान कांग्रेस-जनता दल (धर्मनिरपेक्ष) सरकार पुलिस और सरकार ने संविधान की धाराआें का दुरुपयोग कर, विरोधी विचारधारा के हिन्दुत्वनिष्ठों को समाप्त करने का षड्यंत्र ही चला रही है ।

सनातन संस्था पर प्रतिबंध लगाने की मांग षड्यंत्र है !

गोरक्षक श्री. वैभव राऊत को विस्फोटक रखने के कथित अपराध के प्रकरण में आतंकवाद विरोधी दल ने बंदी बनाया । उन्हें सनातन
का साधक कहकर सनातन संस्था पर प्रतिबंध की मांग की जा रही है ।

हिन्दुओ, साधना से किसी भी स्थिति में आनंदित रह पाने के कारण विरोधक चाहे आसमान सर पर उठा लें, सनातन के साधक आनंदित हैं, यह जानकर आप भी साधना करो !

चारों ओर विषम स्थिति होते हुए भी सनातन के अधिकांश साधक आनंदित हैं । उनके चेहरे पर किसी भी प्रकार का तनाव अथवा भय प्रतीत नहीं होता । ऐसा होना अर्थात उनकी साधना अच्छी चलने का लक्षण है ।

सनातन पर प्रतिबंध की मांग अर्थात हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों को समाप्त करने का साम्यवादियों का षड्यंत्र !

पिछले अनेक वर्षों से भारत में वामपंथी आंदोलन के नेताआें ने आधुनिकतावादी, समाजवादी कार्यकर्ताआें का बुरखा ओढकर समाज में साम्यवादी विचार फैलाने का कार्य किया है ।

सनातन संस्था पर कोर्इ प्रतिबंध नहीं लगा सकता ! – सुरेश हाळवणकर, विधायक, भाजपा

सनातन संस्था पर कोर्इ भी प्रतिबंध नहीं लगा सकता । सनातन पर प्रतिबंध के विरोध में मैं आवाज उठाऊंगा ।’

सनातन संस्था पर प्रतिबंध की मांग आैर हिन्दुत्वनिष्ठों पर हो रही अन्यायपूर्ण कार्यवाही का निषेध !

हिन्दू जनजागृति समिति की आेर से ८ सितंबर को यहां राष्ट्रीय हि्न्दू आंदोलन संपन्न हुआ । इस आंदोलन में सनातन संस्था पर प्रतिबंध की मांग तथा हिन्दुत्वनिष्ठों पर हो रही अन्यायपूर्ण कार्यवाही एवं नक्सललवादियों के समर्थक, विचारक, सामाजिक कार्यकर्ता आदि कहलानेवालों का निषेध किया गया ।

सनातनपर प्रतिबंध लगाने की मांग के विरुद्ध हिन्दुत्वनिष्ठों द्वारा निषेध फेरी

सनातन संस्था का कार्य अच्छा है । सनातन के विरुद्ध बिना किसी कारण आरोप लगाकर धर्मकार्य में बाधाएं उत्पन्न करना, तो अधर्म है ।

सनातन संस्था पर प्रतिबंध की मांग आैर हिन्दुत्वनिष्ठों पर हो रही अन्यायपूर्ण कार्यवाही का निषेध !

नालासोपारा विस्फोटक प्रकरण आैर दाभोलकर हत्या प्रकरण के अनुषंग से गत एक महीने में ९ हिन्दुत्वनिष्ठों को बंदी बनाया गया है । इनमें से कोर्इ भी सनातन संस्था का साधक नहीं है, तब भी सनातन संस्था पर प्रतिबंध लगाने की मांग कुछ राजनीतिक दल, संगठन, तथाकथित आधुनिकतावादी, मुसलमान नेता आदि कर रहे हैं ।

परात्पर गुुरु डॉ. आठवलेजी द्वारा धर्मकार्य हेतु अपनाए गए कार्य को व्रत के रूप में अपनाएंगे ! – भागवताचार्य वा.ना. उत्पात

मैं सनातन संस्था के अनेक कार्यक्रमों में सहभागी होता हूं । अच्छा कार्य करते समय विरोध तो होकर रहेगा ! केवल राज्य में ही नहीं, अपितु संपूर्ण राष्ट्र में ही केवल सनातन का कार्य ही सूत्रबद्ध और संगठनात्मक है ।

अकोला में सनातनपर प्रतिबंध की मांग के विरुद्ध राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन

सनातन संस्थापर प्रतिबंध की मांग तथा हिन्दुत्वनिष्ठों के साथ किए जा रहे अन्याय के विरुद्ध यहां राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन किया गया । इस आंदोलन में सनातन संस्था, हिन्दू जनजागृति समिति, अनेक हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन तथा अधिवक्ताआें ने सहभाग लिया ।