फेसबुक व ट्वीटर द्वारा धर्माभिमानी हिन्दुओं ने सनातन संस्था को दिया हुआ सार्वजनिक समर्थन !

समाज के विविध हिन्दुत्वनिष्ठों ने ट्वीटर द्वारा श्री. वैभव राऊत और सनातन संस्था के समर्थन में ट्वीट्स किए और समर्थन दर्शाया।

सनातन पर प्रतिबंध के संदर्भ में फॉलोअप के लिए ब्यौरा भेजने की कोई भी सूचना राज्य ने नहीं दी है ! – आतंकवाद विरोधी दल

नालासोपारा शस्त्रसंग्रह प्रकरण में अब तक ५ लोगों को बंदी बनाया गया है; परंतु उनका सीधा सनातन संस्था से संबंध होना स्पष्ट नहीं हुआ है ।

प्रचारमाध्यमों का मर्यादा उल्लंघन !

प्रतिदिन नई कपोलकल्पित कथा लेकर समाचार-वाहिनियों पर दिन का आरंभ होता है और दिनभर सनातन के विरोधक उसका अपलाभ उठाकर अपनी प्रसिद्धि की अभिलाषा पूर्ण करते हैं ।

विश्‍वसनीयता गंवा चुके प्रचारमाध्यम कहते हैं लोकतंत्र का चौथा स्तंभ !

कुछ पत्रकारों ने आप केवल कोड शब्द बताएं । आगे की स्टोरी हम बनाते हैं, ऐसा कहा ।

विविध शहरों में ‘हम सभी सनातन’ यह नारा लगाकर सनातन को अपना पूर्ण समर्थन दिया !

हिन्दुत्वनिष्ठ, धर्मप्रेमी और सनातन के शुभचिंतकों ने बडी संख्या में सनातन का पूरी दृढता से समर्थन किया और ‘हम सभी सनातन’ ऐसे नारे लगाए !

ठोस प्रमाण के अभाव में केवल संदेह का भूत दिखाकर डराना किस काम का ? – उद्धव ठाकरे, शिवसेना पक्षप्रमुख

शिवसेना अपराधी का पक्ष नहीं लेगी; पर अकारण संदेह निर्माण करना और प्रमाण नहीं मिले तो उसका क्या उपयोग ?

सनातन संस्था पर प्रतिबंध लगाने की दिनरात मांग करने पर भी संस्था के संस्थापक डॉ. आठवले जी इस संदर्भ में एक शब्द भी क्यों नहीं बोलते ?

उपरोक्त प्रश्‍न अनेक लोगो के मन में आता है । इसका कारण यह है कि

दाभोलकर का वैचारिक विरोध करने के कारण ही उनकी हत्या के प्रकरण में सनातन को फंसाया जा रहा है ! – अधिवक्ता कमलेशचंद्र त्रिपाठी, इंडिया विद विजडम ग्रुप, वाराणसी, उत्तरप्रदेश

पिछले ५ वर्षों से मैं सनातन संस्था से भली-भांति परिचित हूं । संस्था के साधक, उनका कार्य और कार्य करने की पद्धति के संदर्भ में मुझे जानकारी है । सनातन संस्कृति, सनातन धर्म, परंपरा इत्यादि बातें उनके मूल स्वरूप में संपूर्ण देश को समझ आए, इस हेतु प्रसार करना सनातन का कार्य है ।