गौरी लंकेश हत्या प्रकरण का सनातन संस्था से कोई संबंध नहीं ! – श्री. चेतन राजहंस, प्रवक्ता, सनातन संस्था
सनातन संस्था अध्यात्मप्रसार का कार्य करती है । सनातन संस्था का किसी भी हत्या प्रकरण से दूर-दूर तक भी संबंध नहीं है ।
सनातन संस्था अध्यात्मप्रसार का कार्य करती है । सनातन संस्था का किसी भी हत्या प्रकरण से दूर-दूर तक भी संबंध नहीं है ।
वस्तुओं का संग्रह करने हेतु ‘क्युरेटर’ (वस्तु संग्रहालय में विद्यमान वस्तुओं का ध्यान रखनेवाला, जिसके संदर्भ में विशिष्ट शिक्षा दी जाती है), वस्तु संग्रहालय विशेषज्ञ (‘म्युजियोलॉजिस्ट’) आदि से निम्नांकित सहायता की आवश्यकता है ।
हिन्दुओं को हिन्दू राष्ट्र स्थापना की दिशा मिले; इस उद्देश्य से तीर्थस्थान शनिशिंगणापुर में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से ४ जनवरी को २ दिवसीय प्रांतीय हिन्दू अधिवेशन का आरंभ हुआ ।
हिन्दू राष्ट्र स्थापना के कार्य में उत्पन्न सभी आध्यात्मिक बाधाएं दूर हों, परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी का महामृत्युयोग टले और सभी साधकों के आध्यात्मिक कष्ट दूर हों; इसके लिए यहां के सनातन आश्रम में ३० दिसंबर २०१९ को दूसरा प्रत्यंगिरा याग संपन्न हुआ ।
साढेतीन शक्तिपीठों में से एक और अनेक लोगों की कुलदेवता श्रीक्षेत्र सप्तश्रृंग गढपर स्थित श्री सप्तश्रृंगीदेवी के मंदिर के गर्भगृह की पवित्रता को बनाए रखने हेतु मंदिर न्यास की ओर से दर्शनार्थी और श्रद्धालुओंपर कुछ बंधन डालने का प्रशंसनीय निर्णय लिया गया है ।
संकेतस्थल ‘सनातन डॉट ऑर्ग’के माध्यम से नवंबर २०१९ में संपन्न सनातन संस्था का अध्यात्मप्रसार का कार्य !
पंचांग और मुहूर्त के साथ ही त्योहार-व्रत, धर्मशिक्षा, राष्ट्र-धर्म रक्षा इत्यादि विविध विषयों की सर्वांगीण उपयोगी जानकारी देनेवाला ‘सनातन पंचांग 2020’ एप हाल ही में लांच किया गया है ।
राष्ट्र एवं धर्म के उत्थान हेतु निस्वार्थभाव से किए जा रहे इस कार्य में अधिवक्ताओं का योगदान महत्त्वपूर्ण है । हिन्दू विधिज्ञ परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकर ने ऐसा प्रतिपादित किया ।
देश में प्रति ७ व्यक्तियों में से १ व्यक्ति गंभीर मानसिक रोग से ग्रस्त है । देश में निराशा(डिप्रेशन) एवं चिंता (एन्क्जाईटी) इन विकारों से ग्रस्त लोगों की संख्या तीव्रगति से बढ रही है ।
हिन्दू राष्ट्र स्थापना के कार्य में उत्पन्न सभी आध्यात्मिक बाधाएं दूर हों, परात्पर गुरु (डॉ.) आठवलेजीपर मंडरा रहा महामृत्युयोग टलें और सभी साधकों के आध्यात्मिक कष्ट दूर हों; इसके लिए यहां के सनातन आश्रम में १८ दिसंबर को प्रत्यंगिरा यज्ञ संपन्न हुआ ।