सनातन के देवद आश्रम में ‘थिन क्लाएंट’ एवं टेलीफोन की आवश्यकता !
सनातन के देवद आश्रम में ‘थिन क्लाएंट’ एवं टेलीफोन की आवश्यकता हैं !
सनातन के देवद आश्रम में ‘थिन क्लाएंट’ एवं टेलीफोन की आवश्यकता हैं !
हिन्दू राष्ट्र स्थापना के कार्य में उत्पन्न सभी बाधाएं दूर होने हेतु , विघ्नहर्ता श्री सिद्धिविनायकजी का रामनाथी (गोवा) के सनातन आश्रम में शुभागमन हुआ ।
कोरोना विविध विषाणुओं का एक बडा समूह है तथा इन विषाणुओं के कारण सरदी जैसे सामान्य विकार से लेकर श्वसनतंत्र के गंभीर विकारों का संक्रमण हो सकता है ।
रिद्धि-सिद्धि सहित श्री सिद्धिविनायक का महाशिवरात्रि के मंगल पर्व पर रामनाथी (गोवा) के सनातन आश्रम में भक्तिमय और चैतन्यपूर्ण वातावरण में शुभागमन हुआ ।
हिन्दू राष्ट्र स्थापना के कार्य में उत्पन्न सभी बाधाएं दूर हों, परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी का महामृत्युयोग टले और सभी साधकों के आध्यात्मिक कष्ट दूर हो; इसके लिए यहां के सनातन आश्रम में १४ जनवरी को चौथा और ७ फरवरी को ५वां प्रत्यंगिरा याग संपन्न हुआ ।
सनातन संस्था की ४५ वीं समष्टि संत पू. (श्रीमती) सूरजकांता मेनराय ने माघ शुक्ल पक्ष सप्तमी (शनिवार, १ फरवरी) को प्रातः १०.५० बजे देहली के एक चिकित्सालय में देहत्याग किया ।
समर्थ रामदासस्वामी के प्रति भाव रखनेवाले कत्थक नृत्याचार्य डॉ. राजकुमार केतकरजी और श्री स्वामी समर्थ की भक्ति करनेवाले शास्त्रीय गायक श्री. किरण फाटकजी ने संगीत के माध्यम से साधना कर संतपद पाया है’, सनातन के आश्रम में २६ जनवरी के दिन संपन्न हुए अनौपचारिक समारोह में परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी ने ऐसा घोषित किया ।
२१ जनवरी की सुबह मंत्रघोष की गूंज में आश्रम परिसर में स्थित मंदिर में श्री भवानीदेवी की स्थापना कर प्रतिष्ठापना की गई ।
१९ जनवरी २०२० को उसी श्री भवानीदेवी का यहां के सनातन के आश्रम में भावपूर्ण एवं चैतन्यमय वातावरण में शुभागमन हुआ ।
‘महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय’ में चल रहे शोधकार्य के अंतर्गत किए जानेवाले चित्रीकरण के लिए सामग्री की आवश्यकता है !