भावी महाभीषण संकटकाल की दृष्टि से आयुर्वेदीय और होमियोपैथी औषधियां, साथ ही योगासन और प्राणायाम के महत्त्व पर ध्यान दें !

आजकल कई लोग मधुमेह, रक्तचाप, हृदयरोग, तीव्र आम्लपित्त (हाइपर एसिडिटी), घुटनों के दर्द जैसे कई विकारों पर वर्षों से एलोपैथी औषधियों का सेवन कर रहे हैं ।

गाय में विद्यमान ‘एंटीबॉडीज’ के द्वारा कोरोनापर विजय प्राप्त करना संभव ! – अमेरिका के औषधि बनानेवाले प्रतिष्ठान का दावा

अमेरिका के औषधियां बनानेवाले प्रतिष्ठान ‘’सैब बायोथेराप्यूटिक्स’’ ने यह दावा किया है कि, ‘गाय के शरीर में विद्यमान ‘एंटीबॉडीज’ (रोगप्रतिरोधक क्षमता) कोरोना संक्रमित रोगियोंपर गुणकारी सिद्ध हो सकेगी ।’ 

आदित्यहृदय स्तोत्र

आदित्यहृदय स्तोत्र लगाकर, सूर्यदेवता से प्रार्थना करना कि इस स्तोत्र के चैतन्य से अपने हृदय के सर्व ओर सुरक्षाकवच निर्माण हो । यह स्तोत्र लगातार ३ बार सुनें ।…

गर्म पानी में नमक डालकर गरारे करने से कोरोना संक्रमण की संभावना न्यून होती है ! – ब्रिटेन में किए गए शोध से प्राप्त निष्कर्ष

भारतीय संस्कृति में जो प्राचीन काल से बताया गया है, उसपर अब पाश्चात्य वैज्ञानिक शोध कर उसकी पुष्टि कर रहे हैं ।

संकटकाल के घेरे में

कोरोना का संकट आनेपर संकटकालीन स्थिति उत्पन्न होने की चर्चा आरंभ हो गई । एक सूक्ष्म विषाणु ने देखते ही देखते संपूर्ण विश्व का परिवहन (यातायात) ठप्प कर दिया ।

राममंदिर का निर्माणकार्य आरंभ हो गया है ! – महंत नृत्य गोपाल दासजी की घोषणा

‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थस्थान न्यास’के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने २८ वर्ष पश्चात रामलला के दर्शन करने के पश्चात रामजन्मभूमिपर राम मंदिर का निर्माणकार्य आरंभ होने की घोषणा की ।

साधक समष्टि हेतु (हिन्दू राष्ट्र-स्थापना हेतु) अब से इस प्रकार नामजप करें !

जिन साधकों का व्यष्टि साधना के अंतर्गत कुलदेवी/कुलदेवता तथा दत्त का नामजप, साथ ही अनिष्ट शक्तियों का कष्ट दूर करनेवाला जाप न्यूनतम ५ वर्ष से अच्छी तरह होता हो, तो अब वे हिन्दू राष्ट्र-स्थापना हेतु पूरक समष्टि जाप करें ।

कोरोना संकट के पश्‍चात तीसरा विश्‍वयुद्ध आरंभ होने के ९ प्रबल संकेत !

आजकल पूरे विश्;व में कोरोना का प्रकोप है । विश्व का प्रत्येक देश किसी भी स्थिति में कोरोना से मुक्ति पाने हेतु संघर्ष कर रहा है । अमेरिका और यूरोप में कोरोना के कारण उत्पात मचा है । ये दोनों अपनी दुर्दशा के लिए चीन को ही उत्तरदायी प्रमाणित कर रहे हैं ।

रामजन्मभूमि स्थल को समतल करते समय मिलीं मूर्तियां और शिवलिंग !

अयोध्या (उत्तर प्रदेश) के रामजन्म भूमि परिसर में राम मंदिर के निर्माण के उपलक्ष्य में भूमि को समतल करने का काम चल रहा है । इस काम के समय भूमि में विविध देवताओं की खण्डित मूर्तियां, अलग-अलग आकृतियोंवाले तथा कलाकारी किए हुए पत्थर, ७ ब्लैक टच स्तंभ, लाल रेत के पत्थर से बने पत्थर के ६ स्तंभ, पुष्पकलश और ५ फीट आकारवाला कलाकारी किया हुआ शिवलिंग मिला है ।

संकटकालीन परिस्थिति में सनातन के सात्त्विक उत्पाद उपलब्ध न हों, तो मानस पद्धति से आध्यात्मिक उपाय कर चैतन्य प्राप्त करें !

संकटकालीन स्थिति में जब उपाय के साधन उपलब्ध नहीं होते, ऐसे समय में मानस-उपाय करना सहजता से संभव है ।