गुरुपूर्णिमा के उपलक्ष्य में सनातन संस्था के गुरुओं द्वारा संदेश (2024)
वर्तमान काल में सर्वस्व का त्याग अर्थात स्वयं का संपूर्ण जीवन हिन्दू धर्म एवं हिन्दू राष्ट्र के कार्य के लिए समर्पित करना है । धर्मनिष्ठ हिन्दुओं, साधकों एवं शिष्यों को आध्यात्मिक उन्नति के लिए हिन्दू धर्म एवं हिन्दू राष्ट्र के कार्य के लिए अपनी क्षमता के अनुसार त्याग करने की बुद्धि हो, यह श्री गुरु के चरणों में प्रार्थना है ।