सत्संग ९ : स्वभावदोष निर्मूलन प्रक्रिया का महत्त्व
अष्टांग साधना में स्वभावदोष निर्मूलन करने का अनन्य साधारण महत्त्व है । इस प्रक्रिया का महत्त्व विस्तार से देखेंगे । धर्मशास्त्र में भी कहा है कि मनुष्य को षड्रिपुओं का त्याग करना चाहिए । संतों ने भी कहा है कि षड्रिपु मनुष्य के शत्रु हैं ।