हिन्दुओं के आस्थास्थान प्रभु श्रीराम पर हुए आरोपों का खंडन

जब तक प्रभु श्रीराम पर हुए मिथ्या आरोप हम सुनेंगे, तब तक हमें भी सत्य का पता नहीं होगा, तो हमारे मन में श्रीराम के प्रति भाव निर्माण होना कठिन है । इसलिए आज हम इन मिथ्या आरोपों की वास्तविकता आपके सामने रखेंगे । इससे निश्‍चित ही आपके मन की शंका दूर होगी और आप भी ऐसे आरोप करनेवालों का सामना आत्मविश्‍वास के साथ कर सकते हैं ।

बौद्धों द्वारा हिन्दू मंदिरों पर किए गए आक्रमणों का एक उदाहरण श्रीलंका के कैन्डी शहर का बौद्ध मंदिर !

कैन्डी शहर के इस बौद्ध मंदिर के पिछले भाग में एक संग्रहालय है । १७ बौद्ध देशों ने इस संग्रहालय के लिए अपने-अपने देशों से विविध विशेषतापूर्ण वस्तुएं और प्रतिकृतियां (रेप्लिकाज) दी हैं । इस संग्रहालय में भारत का सबसे बडा दालान है ।

युद्ध काल में सैनिकों की रक्षा के लिए देवताओं की उपासना से भारित धागे उपलब्ध करनेवाले कंबोडिया के राजा !

राष्ट्ररक्षा के लिए उस समय के राजा देवताओं की उपासना कर अपने सेना को तंत्र-मंत्र द्वारा आध्यात्मिक कवच प्रदान करते थे । वे राजा सेना और राष्ट्र की आध्यात्मिकदृष्टि से ध्यान रखते थे, यही इससे दिखाई देता है ।

मलेशिया की बटू गुफा में कार्तिकेय का विश्‍वप्रसिद्ध जागृत मंदिर !

प्राचीन काल में जिसे मलय द्वीप कहते थे, वह है आज का मलेशिया देश ! मलेशिया, अनेक द्वीपों का समूह है । मलय भाषा में अनेक संस्कृत शब्दों का उपयोग किया जाता है । मलय साहित्य में रामायण और महाभारत का संबंध दिखाई देता है ।

दक्षिण भारत के कुंभमेला महामहम महोत्सव का इतिहास

ब्रह्मदेव ने नदियों के पाप धोने के लिए उन्हें एकत्रित कुंभकोणम के तालाब में स्नान करने के लिए कहा । तब से इस महोत्सव का आरंभ हुआ ।

सेतुबंध रामेश्‍वर माहात्म्य !

भारत के दक्षिण-पूर्व किनारे पर महत्त्वपूर्ण तीर्थक्षेत्र है रामेश्वरम् ! रामेश्वर के दर्शन के लिए हिन्दू धर्मपरंपरा में विशेष महत्त्व है ।

बाली में जागृत ज्वालामुखी युक्त अगुंग पर्वत और समुद्रमंथन में रस्सी का कार्य करनेवाले वासुकी नाग के बेसाखी मंदिर की विशेषताएं !

‘अगुंग पर्वत’ अर्थात धधकता और निरंतर जागृत ज्वालामुखी ! यहां प्रत्येक ५-१० मिनटों में राख का विस्फोट होता है । ३ सहस्र १०५ मीटर ऊंचे पर्वत पर यह ज्वालामुखी गत वर्षभर से जागृत है । इसलिए अनेक बार बाली द्वीप पर आपातकालीन स्थिति निर्माण हुई है । बाली में हिन्दू इस पर्वत को पवित्र मानते हैं ।

इंडोनेशिया के अद्वितीय प्राचीन मंदिर और उनके निर्माण की विशेषताएं

काल की साक्ष्य में मंदिरों की रचना करने से आज अनेक शताब्दियां बीत जाने पर भी ये सर्व मंदिर शान से खडे हैं । उनके सौंदर्य का दर्शन करते हुए आंखें फटी रह जाती हैं और उनके वर्णन के लिए शब्द कम पड जाते हैं ।

बाबा बंदा बहादुरजी को सदैव अपनी स्मृतियों में रखे !

पश्चात, मुगलों ने बाबा बंदा बहादुरजी को अनेक प्रकार के प्रलोभन दिखाए, जिससे वे सिख धर्म छोडकर इस्लाम धर्म अपनाएं । परंतु, बाबा बंदा बहादुरजी अपना धर्म छोडने के लिए तैयार नहीं हुए ।

भौतिक शास्त्र के आधुनिक वैज्ञानिकों के लिए शिवजी के नृत्य का अर्थ है ‘सबएटॉमिक’ कणों का नृत्य !

मूर्तिपूजा के विषय पर हिन्दुओंका उपहास करनेवाले और हिन्दू धर्म को सडा-गला कहकर ताना मारनेवाले तथाकथित बुद्धिवादी, विज्ञानवादी और नास्तिकतावादियों के लिए यह लेख एक तमाचा ही हैं !