‘आपातकालीन परिस्थिति और तनाव पर उपाययोजना’ पर सनातन संस्था की डॉ. सायली यादव का मार्गदर्शन
वैद्यकीय उपचारों को अध्यात्म की जोड कैसे दें, उसका लाभ कैसे होता है आदि विविध शंकाओं का समाधान इस परिसंवाद से हुआ ।
वैद्यकीय उपचारों को अध्यात्म की जोड कैसे दें, उसका लाभ कैसे होता है आदि विविध शंकाओं का समाधान इस परिसंवाद से हुआ ।
यातायात बंदी के काल में अर्थात अप्रैल के पहले सप्ताह से जुलाई के पहले सप्ताह तक देशभर में ४० स्थानों पर ऑनलाईन वर्ग लिया गया । इसका १ सहस्र राष्ट्रप्रेमियों ने लाभ लिया ।
सनातन संस्था की ओर से संगणकीय प्रणाली द्वारा शिक्षक शिविर का आयोजन किया गया था ।
सनातन संस्था और हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से २७ जून को वर्तमानस्थिति में ‘तनाव और उपाय’ इस विषय पर पत्रकारों के लिए ‘ऑनलाईन पत्रकार संवाद’ आयोजित किया गया था ।
नई देहली में सनातन संस्था की ओर से छोटे बच्चों के लिए ऑनलाईन बालसंस्कार वर्ग का आयोजन किया गया ।
‘लॉक डाउन’ बंदी के समय गोवा के फार्मागुडी और वारखंडे (फोंडा) में पहरा देनेवाली पुलिस को ‘सनातन संस्था’के साधक और ‘हिन्दू जनजागृति समिति’के कार्यकर्ताओं ने चाय और अल्पोपहार दिया ।
हिन्दू जनजागृति समिति, सनातन संस्था और समविचारी संगठन की ओर से गत १८ वर्षों से चलाए जा रहे खडकवासला जलाशय रक्षा अभियान को इस वर्ष भी उत्तम प्रतिसाद मिला है ।
इस वर्ष भी सुबह ९ बजे से सायंकाल ७ बजेतक जलाशय के इर्द-गिर्द मानवीय शृंखला बनाई गई और रंगों में रंगे हुए युवक-युवतियों का उद्बोधन कर उन्हें जलाशय के पानी में उतरने से रोका गया ।
सत्संग, सत्सेवा, त्याग, प्रेमभाव इस चरणबद्ध प्रक्रिया से साधना करने से हम अपने जीवन में आनंद का अनुभव कर सकते हैं । सनातन संस्था की श्रीमती धनश्री केळशीकर ने यह मार्गदर्शन किया ।
सुसंस्कृत समाज बनाने हेतु एकत्रित परिवारपद्धति आवश्यक है, यह उद्बोधन सनातन संस्था की साधिका तथा संस्कृत शिक्षिका श्रीमती संपदा अमित पाटणकर ने किया ।