दिशाहीन राज्यकर्ताआें के लोकतंत्र की अपेक्षा हिन्दुआें को धर्मनिष्ठ हिन्दू राष्ट्र चाहिए ! – चेतन राजहंस
देश में सुधार लाने के लिए हिन्दुआें द्वारा चुने हुए शासनकर्ता अब हिन्दुआें के ही मूलपर उठ गए हैं । केंद्र की सरकार अनुसूचित जाती तथा जनजातियों के लिए विधि बनाकर सामाजिक अराजक फैला रही है ।