ग्वालियर में सनातन संस्था द्वारा बसंत पंचमी के अवसर पर प्रवचन संपन्न

प्रवचन के आरंभ में संस्था के कार्य और संस्थापक के विषय में जानकारी दी गई । बसंत पंचमी के दिन को माता सरस्वती के जन्मोत्सव के रूप में मनाने का महत्त्व व उनकी उत्पत्ति कैसे हुई, इसकी कथा सुनाई गई ।

सनातन संस्था द्वारा निर्धन बच्चों को सनातन की ‘संस्कार बहियों’ और ग्रंथों का निःशुल्क वितरण

सनातन संस्था द्वारा समय-समय पर समाजोपयोगी उपक्रम चलाए जाते हैं । बच्चों में व्यक्तित्व का विकास हो और अध्ययन में उन्हें सहायता मिले; इस दृष्टि से इन ग्रंथों का वितरण किया गया ।

सनातन संस्था के ‘ज्ञानशक्ति प्रसार अभियान’ का शुभारंभ; संस्था का आवाहन ‘सर्वांगस्पर्शी ग्रंथसंपदा का लाभ लें’ !

सनातन के ग्रंथों का दिव्य ज्ञान समाज तक पहुंचाने के लिए संस्था की ओर से पूरे भारत में ‘ज्ञानशक्ति प्रसार अभियान’ चलाया जा रहा है । यह ग्रंथ समाज के प्रत्येक जिज्ञासु, मुमुक्षू, साधक इत्यादि तक पहुंचाकर हर किसी के जीवन का कल्याण हो, इसलिए यह ‘ज्ञानशक्ति प्रसार अभियान’ आरंभ किया गया है । अधिकाधिक लोग इन ग्रंथों का लाभ लें ।

केरल में ‘ऑनलाईन’ आयोजित सामूहिक नामजप को गणेशभक्तों का उत्स्फूर्त प्रतिसाद !

सनातन संस्था की ओर से यहां जिज्ञासुओं के लिए श्री गणेशचतुर्थी के निमित्त से १० सितंबर २०२१ को श्री गणेश के सामूहिक नामजप का ‘ऑनलाईन’ आयोजन किया गया था । उसे गणेशभक्तों का उत्स्फूर्त प्रतिसाद मिला । इस कार्यक्रम के आरंभ में सनातन की साधिका श्रीमती स्मिता सिजू ने श्री गणेश की भावार्चना बताई ।

देहली एवं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एन.सी.आर्.) में ‘ऑनलाईन’ प्रवचन एवं सामूहिक नामजप का आयोजन !

सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति के संयुक्त विद्यमान से गणेशोत्सव निमित्त एक विशेष ‘ऑनलाईन’ सत्संग का आयोजन किया गया था । इस अवसर पर सनातन की कु. टुपुर भट्टाचार्य ने श्री गणेशचतुर्थी का महत्त्व, श्री गणेश का पूजन, गणेशमूर्ति का विसर्जन कैसे करें ?

चिपळुण (जनपद-रत्नागिरी) में बाढ पीडितों के लिए सनातन संस्था, हिन्दू जनजागृति समिति एवं स्थानीय संस्था-संगठनों की ओर से ‘सहायता अभियान’ !

सनातन संस्था, हिन्दू जनजागृति समिति एवं स्थानीय संस्था-संगठनों की ओर से चिपळुण में बाढ पीडितों को खाद्यान्न वितरित किया जा रहा है ।

दिल्ली के स्कूल में सनातन संस्था द्वारा ऑनलाइन प्रवचन

 रानी लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस के अवसर पर दिल्ली के साईदुला जेब, एमबी रोड स्थित लिटिल वन पब्लिक स्कूल में सनातन संस्था द्वारा ऑनलाइन प्रवचन का आयोजन किया गया ।

सांगली, कोल्हापुर एवं सोलापुर जिलों में ‘ऑनलाईन प्रथमोपचार शिविर’ संपन्न !

इस शिविर में मूलभूत जीवित रक्षा सहाय, हृदय-श्वसन पुनरुज्जीवन तंत्र का उपयोग, सुरक्षित आरामदायी स्थिति, पीठ में चोट लगने पर प्रथमोपचार करते समय क्या सावधानी बरतें, त्रिकोणी पट्टी की सहायता से झोली (स्लिंग) बांधना, रास्ते पर दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति के सिर से शिरस्त्राण (हेलमेट) निकालना, रोगी को अन्यत्र ले जाने की विविध पद्धतियां, ऐसे विविध विषयों पर मार्गदर्शन किया गया ।

महामारी एवं तीसरे महायुद्ध से अपनी रक्षा होने हेतु, इसके साथ ही तनावमुक्ति के लिए साधना करना आवश्यक ! – पू. अशोक पात्रीकर, धर्मप्रचारक, सनातन संस्था

महामारी एवं तीसरे महायुद्ध से अपनी रक्षा करने के लिए साधना करना आवश्यक है । आपातकाल में तनाव बढता है । स्वसूचना देने से उसे दूर कर सकते हैं । तनावमुक्ति के लिए साधना के अतिरिक्त विकल्प नहीं, ऐसा मार्गदर्शन सनातन संस्था के धर्मप्रचारक पू. अशोक पात्रीकर ने किया ।

केरल एवं पुद्दुचेरी (टीकेपी) आध्यात्मिक समिति’ की महिलाओं के लिए ‘नामजप का महत्त्व’ विषय पर संपन्न ‘ऑनलाईन’ व्याख्यान !

कोची कालिकत में ‘तमिलनाडू, केरल एवं पुद्दुचेरी (टीकेपी) आध्यात्मिक समिति’ की संचालिका श्रीमती स्नेहलता मालपाणीने अपनी समिति की महिलाओं के लिए ‘नामजप का महत्त्व’ इस विषय पर ‘ऑनलाईन’ प्रवचन आयोजित किया था । इस अवसर पर सनातन संस्था की श्रीमती शिल्पा मगदूम ने संस्था का परिचय, कुलदेवता एवं दत्त के नामजप का महत्त्व बताया