कोल्हापुर : धर्माभिमानी हिन्दुओं द्वारा मनाये गए गुढीपडवा समारोह में सनातन संस्था सहभागी !
कोल्हापुर जनपद में कोल्हापुर नगर, वडणगे, हुपरी, जत्राट तथा शिरोली में सामूहिक गुढी खडी की गई । इस उपक्रम का समाज से उत्स्फूर्त प्रत्युत्तर प्राप्त हुआ ।
कोल्हापुर जनपद में कोल्हापुर नगर, वडणगे, हुपरी, जत्राट तथा शिरोली में सामूहिक गुढी खडी की गई । इस उपक्रम का समाज से उत्स्फूर्त प्रत्युत्तर प्राप्त हुआ ।
सांगली जनपद के ईश्वरपुर के श्री रेणुका मंदिर, हनुमान मंदिर (उरण) तथा धोंडीराम महाराज मंदिर में सामूहिक गुढीपूजन किया गया । तासगाव तहसील के कौलगे तथा वासुंबे इन गांवों में भी सामूहिक गुढीपूजन किया गया ।
सातारा जनपद के विविध स्थानोंपर हिन्दू जनजागृति समिति तथा अन्य हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की ओर से सामूहिक गुढीपूजन कर नववर्ष का उत्साह के साथ स्वागत किया गया । पारंपरिक पद्धति से हिन्दू धर्म के अनुसार गुढी खडी कर ‘हिन्दू राष्ट्र स्थापना’ की शपथ ली गई ।
हिन्दू नववर्ष के उपलक्ष्य में समस्त हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन तथा संप्रदायों की ओर से शोभायात्रा का आयोजन किया गया । हिन्दू नववर्ष स्वागत समिति के अध्यक्ष तथा महापौर श्री. नंदकुमार घोडेले, शिवसेना सांसद चंद्रकात खैरे, पू. गुुरुवर्य श्री प्रसाद महाराज अंमळनेरकर के हस्तों धर्मध्वज का पूजन कर शोभायात्रा का आरंभ हुआ ।
देवभूमि जनकल्याण ट्रस्ट द्वारा आयोजित हिन्दुसंगठन बैठक में सनातन संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. चेतन राजहंस मार्गदर्शन कर रहे थे । उस समय उन्होंने यह मार्गदर्शन किया कि, ‘भारतीय जनतंत्र में अनेक त्रुटियां हैं । इन त्रुटियों के कारण समाजव्यवस्था ठीक रखना असंभव रहता है ।
चैत्र शुद्ध प्रतिपदा ! हिन्दुओं का इस कलियुग का ५१२० वा नूतन वर्ष आज आरंभ हुआ है । इस निमित्त महाराष्ट्र के अधिकांश सर्व प्रमुख शहरों में हिन्दुओं ने भगवा ध्वज हाथ में लेकर ढोल-ताशा के साथ पारंपारिक वेश परिधान कर नए वर्ष का स्वागत कर एकदूसरे को शुभेच्छा दी ।
क्षत्रिय महिला मंडल, येवला की ओर से १३ मार्च को महिला दिन के उपलक्ष्य में एक महिला सम्मेलन का आयोजन किया गया था । इस सम्मेलन में सनातन भारतीय संस्कृति संस्था की ओर से राष्ट्र और धर्म विषय पर एक प्रवचन किया गया ।
हिन्दू संगठनों का कार्य हिन्दू समाज, राष्ट्र और धर्म पर आए हुए अथवा आनेवाले संकटों का प्रतिकार करना है । वर्तमान में हिन्दुआें की जितनी समस्याएं हैं, उनके मूल में आज का विफल लोकतंत्र ही है । इस लोकतंत्र ने हिन्दुआें का ही नहीं, सामान्य नागरिकों का भी भला नहीं किया है ।
राजवाडा के गोलबाग परिसर में आयोजित किए गए ‘राष्ट्रीय हिन्दु आंदोलन’ में हिन्दु महासभा के जिल्हा उपाध्यक्ष श्री. धनराज जगताप वक्तव्य कर रहे थे । उस समय उन्होंने इस प्रकार की मांगे की कि, ‘बालापुर, हैद्राबाद में अवैध रूप से निवास करनेवाले रोहिंग्या मुसलमानों केलिए १०८ घरों का प्रकल्प सिद्ध किया गया है ।
अपने वक्तव्य में श्री. चेतन राजहंसजी ने यह प्रतिपादित किया कि, ‘आज भी भारत में ‘इंडियन पीनल कोड १८६०’ यह अधिनियम पारित है । यह अधिनियम मूलतः अंग्रेजों ने भारत में पुनः वर्ष १८५७ के समान उठाव न हो, इसलिए क्रांतिकारकों पर अंकुश रखने हेतु पारित किया था ।