आज के समय में शास्त्र के अनुसार शाडू की मिट्टी से बनी श्री गणेशमूर्ति की स्थापना करना तथा उसके लिए उद्बोधन की आवश्यकता ! – वैद्य (श्रीमती) दीक्षा पेंडभाजे
आजकल उत्सवों में काल के अनुसार परिवर्तन किए जा रहे हैं, जिससे कि उत्सवों की पवित्रता ही नष्ट हो रही है ।