होली में होनेवाले दुष्प्रकार रोकने हेतु उत्तरप्रदेश में हिन्दू जनजागृति समिति तथा सनातन संस्था की ओर से अभियान !
होली में होनेवाले दुष्प्रकार रोकने हेतु हिन्दू जनजागृति समिति तथा सनातन संस्था की ओर से देहली एवं नोएडा में अभियान चलाए गए ।
होली में होनेवाले दुष्प्रकार रोकने हेतु हिन्दू जनजागृति समिति तथा सनातन संस्था की ओर से देहली एवं नोएडा में अभियान चलाए गए ।
यहां के श्री साई मंदिर, हनुमान वाटिका में सनातन संस्था द्वारा अधिवक्ताओं के लिए धर्माचरण का महत्त्व एवं शास्त्र इस विषय पर प्रवचन का आयोजन किया गया ।
यहां के सूर्यनारायण मंदिर में वार्षिक उत्सव का आयोजन किया गया ! इस हेतु सुबह सूर्यदेवता का पूजन एवं हवन हुआ ! सनातन संस्था द्वारा धर्मशिक्षा की आवश्यकता इस विषय पर मार्गदर्शन रखा गया !
विगत १५ वर्षों से हिन्दू जनजागृति समिति, सनातन संस्था एवं अन्य समविचारी संगठनों की ओर से ‘खडवासला जलाशय रक्षा अभियान’ चलाया जाता है।
पूरे पुणे शहर को पानी की आपूर्ति करनेवाला यह खडकवासला जलाशय प्रदूषित न हो; इसलिए इस अभियान के अंतर्गत इस जलाशय के चारों ओर मानवीय शृंखला बनाकर, पानी में उतरकर रंग खेलने का प्रयास करनेवाले नागरिकों का उद्बोधन किया जाता था।
यहां के हीमोफीलिया सोसायटी वाराणसी की ओर से शीतकालीन हीमोफीलिया शिविर का आयोजन किया गया । इस शिविर में हीमोफीलिया पीडित बच्चों के लिए सनातन संस्था वाराणसी द्वारा मनोबल बढने हेतु साधना का महत्त्व इस विषय पर प्रवचन लिया गया ।
संकट का सामना करने हेतु धर्मशिक्षा के माध्यम से प्रत्येक हिन्दू में धर्मतेज उत्पन्न करना चाहिए । हमारे आचरण से ऐसा दिखाई देना चाहिए कि, हम हिन्दू हैं । सनातन संस्था की श्रीमती नयना भगत ने ऐसा प्रतिपादित किया ।
श्री.पुंडलिक पै ने प्रतिमाह सभी हिन्दुओं को संघटित रूप से आंदोलन कर ‘हिन्दू राष्ट्र’ निर्मिति के कार्य में तन, मन एवं धन से सम्मिलित होने का आवाहन किया है। हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से आयोजित ‘हिन्दू धर्मजागृति सभा’ को वे संबोधित रहे थे।
अपने संबोधन में सनातन संस्था के श्री. राहुल कोल्हापुरेजी ने ऐसा आवाहन किया कि, ‘मंदिर, हिन्दु धर्मियों के ‘चैतन्यस्रोत’ हैं। उनका पालन एवं सुरक्षा करना हिन्दुओं का आद्यकर्तव्य है।
प्रयाग में माघमेला के अवसर पर सनातन संस्था द्वारा राष्ट्ररक्षा और धर्मजागृति हेतु प्रदर्शनी लगाई गई तथा धर्मशिक्षा देनेवाली फलक-प्रदर्शनी का आयोजन किया गया ।
मैं मराठी, माथाडी, गुजराथी, उत्तर भारतीय नहीं हूं, अपितु पहले मैं हिन्दू हूं, इस भावना से हमें धर्मरक्षा हेतु संघटित होना चाहिये। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के श्री. रतन राजपुरोहित ने ऐसा आवाहन किया।