सनातन के संत पू. नीलेश सिंगबाळजी ने वाराणसी में प.पू. ब्रजनंदजी महाराज से की सदिच्छा भेंट !

इस भेंट में पू. सिंगबाळजी ने महाराजजी को महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय, सनातन संस्था तथा हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य की जानकारी दी, साथ ही उन्हें सनातन के रामनाथी आश्रम के अवलोकन का निमंत्रण दिया ।

चलचित्र ‘केदारनाथ’ में हिन्दू धर्म के उपहास का प्रयास ! – चेतन राजहंस, प्रवक्ता, सनातन संस्था

चलचित्र को १२ ज्योतिर्लिंगो में से एक ‘केदारनाथ’ नाम क्यों दिया गया ? केदारनाथ कोई गांव का नाम नहीं, अपितु मंदिर का नाम है । यह हिन्दू धर्म के उपहास का प्रयास है ।

हिन्दुओं, धर्मशिक्षा लेकर धर्माचरण करने में ही मनुष्य जीवन की सफलता ! – श्रीमती नयना भगत, प्रवक्ता, सनातन संस्था

हिन्दू धर्म का श्रेष्ठत्व गुरु-शिष्य परंपरा में ही है । जब-जब हमारे धर्म को अथवा राष्ट्र को ग्लानी आ गई, तब-तब गुुरु-शिष्य परंपरा ही सनातन धर्मपरंपरा को बचाने हेतु आगे आ गई ।

स्वभावदोषरूपी शत्रुओं से संघर्ष हेेतु स्वसूचना सत्र करना आवश्यक ! – श्रीमती सविता लेले, सनातन संस्था

आज के इस कलियुग में अपने स्वयं के अंतर्गत तथा बाहर के स्वभावदोषरूपी शत्रुओं से संघर्ष करना है और इसके लिए स्वभावदोष एवं अहंनिर्मूलन प्रक्रिया अपनाना आवश्यक है ।

हिन्दुआें के तीर्थस्थलों का अनादर करनेवाला आगामी चलचित्र ‘केदारनाथ’पर प्रतिबंध लगाएं !

आगामी चलचित्र ‘केदारनाथ’ का नाम, पोस्टर, ट्रेलर तथा टीजर को देखते हुए यह चलचित्र हिन्दूविरोधी होने का दिखाई देता है ।

शबरीमला देवस्थान का विषय केवल केरल के लोगों का नहीं, अपितु समस्त हिन्दुआें की अस्मिता का प्रश्‍न है ! – अभय वर्तक, धर्मप्रचारक, सनातन संस्था

केरल की सरकार शबरीमला मंदिर की परंपरा के विपरीत महिलाआें को मंदिर में प्रवेश दिलाने का प्रयास कर रही है ।

हिन्दू युवतियों को ‘लव जिहाद’ से बचाएं ! – श्रीमती नयना भगत, प्रवक्ता, सनातन संस्था

आज हमारे देश की समस्त जनता जिहादी आतंकवाद से त्रस्त है । हमारी हिन्दू युवतियां और माता-बहनों का जीवन ध्वस्त करनेवाले लव जिहाद का संकट भयानक है ।

आजरा (जनपद कोल्हापुर, महाराष्ट्र) की ग्रामबैठक में युवक और महिलाआें का उत्स्फर्त सहभाग

देवताआें का अनादर, संतों के विरुद्ध झूठे आरोप लगाकर उन्हें कारागृह में डाल देना, बलपूर्वक धर्मांतरण ऐसी घटनाआें को रोकने के लिए हिन्दुआें का संगठन तथा धर्मशिक्षा की आवश्यकता है ।

‘कोची इंटरनैशनल बुक फेयर’ में सनातन के ग्रंथप्रदर्शनी का जिज्ञासुआें द्वारा उत्स्फूर्त प्रत्युत्तर !

‘कोची इंटरनैशनल बुक फेयर’ में सनातन संस्था द्वारा प्रकाशित धर्म, अध्यात्म, आयुर्वेद, बालसंस्कार, स्वभावदोष एवं अहं निर्मूलन आदि विषयोंपर आधारित ग्रंथो की प्रदर्शनी लगाई गई ।

हिन्दू संस्कृति की रक्षा हेतु धर्माचरण तथा साधना की आवश्यकता ! – कु. पूनम शर्मा, सनातन संस्था, विलासपुर

आज जनता को अपनी छोटी-छोटी मांगों के लिए भी आंदोलन चलाने पडते हैं । राजनेता भ्रष्ट हो चुके हैं । शिक्षा का बाजारीकरण हो चुका है ।