‘अधिवक्ता अधिवेशन के लिए आए बेंगलुरू, कर्नाटक के मान्यवर अधिवक्ताओं द्वारा गोवा के रामनाथी आश्रम के अवलोकन के पश्‍चात व्यक्त अभिप्राय

आश्रम में आनेपर थकान दूर होकर बहुत उत्साह प्रतीत होता है । यहां मुझे परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के कृपाशिर्वाद के तरंग प्रतीत होकर ऐसा लगा कि मुझे यहां आकर साधना और सेवा करनी है ।

अष्टम अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन में उपस्थित अधिवक्ता एवं हिन्दुत्वनिष्ठों द्वारा रामनाथी, गोवा के सनातन आश्रम का अवलोकन !

अष्टम अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन में सहभागी अधिवक्ता तथा हिन्दुत्वनिष्ठों ने रामनाथी, गोवा के सनातन के आश्रम का अवलोकन कर यहां चल रहे कार्य का परिचय करवा लिया ।

सोलापुर (महाराष्ट्र) की अधिवक्ता अपर्णा रामतीर्थकर द्वारा रामनाथी, गोवा के सनातन आश्रम का अवलोकन !

सोलापुर की अधिवक्ता अपर्णा रामतीर्थकर ने १७ मई को सनातन आश्रम का अवलेकन किया । इस अवसरपर उनके साथ शुभराय महाराज की वंशज श्रीमती शुभांगी बुवा भी उपस्थित थीं ।

अमरावती (महाराष्ट्र) में सनातन संस्था की ओर से साधना विषय पर प्रवचन

परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में अमरावती (महाराष्ट्र) में सनातन संस्था की ओर से साधना विषयपर प्रवचन ।

लखनऊ एवं अयोध्या में सनातन संस्था की ओर से ‘आनंदित जीवन हेतु साधना’ विषयपर प्रवचन

उत्तर प्रदेश के लखनऊ एवं अयोध्या में सनातन संस्था की ओर से ‘आनंदित जीवन हेतु साधना’ विषयपर प्रवचन लिए गए ।

ब्रह्मपुर (मध्य प्रदेश) में सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से सामूहिक मंदिर स्वच्छता !

बहुचरामाता मंदिर, राजपुरा में सनातन संस्था के साधक तथा हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ताओं ने मंदिर की सामूहिक स्वच्छता की ।

सप्तर्षि मळा परिसर के हनुमान मंदिर में आयोजित प्रवचन को उत्स्फूर्त प्रतिसाद !

सप्तर्षि मळा परिसर के हनुमान मंदिर में सनातन संस्था की साधिका श्रीमती वनिता आव्हाड ने ‘आनंदित जीवन हेतु साधना’ विषयपर प्रवचन लिया ।

मुंबई के प्रतिष्ठित ज्योतिषी कनुभाई शास्त्री द्वारा रामनाथी, गोवा के सनातन आश्रम का अवलोकन !

बोरीवली के प्रतिष्ठित ज्योतिषी श्री. कनुभाई शास्त्री ने हाल ही में रामनाथी, गोवा के सनातन आश्रम का अवलोकन किया ।

सनातन संस्था की विशेषताएं

सनातन में अध्यात्म के तात्त्विक भाग के साथ प्रायोगिक भाग की भी चरणबद्ध पद्धति से शिक्षा दी जाती है और प्रत्येक साधक की ओर व्यक्तिगत स्तरपर ध्यान देकर उसके द्वारा वह कृती अपेक्षित पद्धति से हो रही है अथवा नहीं, इसे देखा जाता है ।