ऐरोली (महाराष्ट्र) में सनातन संस्था की ओर से साधना एवं गुणवृद्धि शिविर
सनातन संस्था की ओर से यहां के सप्तश्रृंगी मंदिर में ‘साधना एवं गुणवृद्धि शिविर’ लिया गया ।
सनातन संस्था की ओर से यहां के सप्तश्रृंगी मंदिर में ‘साधना एवं गुणवृद्धि शिविर’ लिया गया ।
शिवमोग्गा (कर्नाटक) के प्रसिद्ध शिल्पी श्री. काशीनाथ के. (आय ७५ वर्ष) ने १३ दिसंबर को यहां के सनातन आश्रम का अवलोकन किया ।
सनातन संस्था की ओर से अभ्युदयनगर के एस्.एस्.एम्. शिवाजी विद्यालय में ७ दिसंबर को दोपहर ४.३० से सायंकाल ७ बजे की अवधि में साधना एवं स्वभावदोष निर्मूलन प्रक्रिया शिविर लिया गया ।
उडुपी (कर्नाटक) के उदयानंद स्वामीजी ने २ दिसंबर को यहां के सनातन आश्रम का अवलोकन किया । सनातन संस्था के साधक श्री. वैभव माणगावकर ने उन्हें आश्रम में चल रहे राष्ट्र एवं धर्मकार्य की जानकारी दी ।
सनातन संस्था की ओर से भांडुप (पूर्व) के अवी क्लासेस एवं मुलुंड के रिचमंड इंटरनैशनल प्रीस्कूल में १ दिसंबर को साधना एवं स्वभावदोष निर्मूलन प्रक्रिया शिविर लिया गया ।
तुजारपुर में २३ नवंबर को सनातन संस्था की ओर से धर्मप्रेमी महिलाओं के लिए ‘साधना’ विषयपर मार्गदर्शन एवं शंकानिराकरण का आयोजन किया गया था ।
२१ नवंबर को म्हसवड (जनपद सातारा) के महात्मा फुले चौक में आयोजित सनातन धर्मरथ प्रदर्शनी का श्री. वीरकर के हस्तों उद्घाटन किया गया ।
श्री संत गजानन महाराज के भक्तों का चौथा सम्मेलन भावपूर्ण वातावरण में खरडीमें (जनपद ठाणे, महाराष्ट्र) संपन्न हुआ । इस अवसरपर सनातन संस्था की ओर से ग्रंथप्रदर्शनी, साथ ही धर्मशिक्षा पलकों की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था ।
आश्रम का अवलोकन कर डॉ. किशोर स्वामी ने कहा, ‘‘आश्रम के सभी साधक सेवाभाव से कार्य करते हैं, यह देखकर मैं बहुत आनंदित हूं । आश्रम में प्रचुर मात्रा में ऊर्जा एवं शक्ति है । साथ ही अध्यात्म का केंद्र एवं सभी के लिए आदर्श संस्था है सनातन संस्था !’’
बेंगलुरू के प्रतिष्ठित ‘इंडियन इन्स्टिट्यूट ऑफ साईन्स’ संस्थान में वैज्ञानिक के रूप में ४० वर्षोंतक कार्यरत रहे प्रा. (डॉ.) आराध्य प्रभु ने यहां के सनातन आश्रम का हाल ही में सपत्नीक अवलोकन किया ।