देहली के विश्‍व पुस्‍तक मेले में सनातन संस्‍था की ग्रंथ-प्रदर्शनी को समाज का उत्‍स्‍फूर्त प्रतिसाद !

में ४ से १२ जनवरी २०२० तक हुए विश्व पुस्तक मेले में सनातन संस्था द्वारा आध्यात्मिक ग्रंथों की प्रदर्शनी लगाई गई ।

तेलंगना एवं आंध्र प्रदेश में सनातन संस्था की ग्रंथप्रदर्शनी का जिज्ञासुओं द्वारा उत्स्फूर्त प्रत्युत्तर

भाग्यनगर में संपन्न ३३वां हैदराबाद पुस्तक मेला और विजयवाडा (आंध्र प्रदेश) में आयोजित ३१वें विजयवाडा पुस्तक मेले में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी सनातन संस्था की ओर से ग्रंथ एवं सात्त्विक उत्पादों की प्रदर्शनियों का आयोजन किया गया ।

ब्रह्मपुरी (मध्य प्रदेश) के मेले में सनातन संस्था की ओर से आयोजित धर्मशिक्षा फलक एवं ग्रंथप्रदर्शनी का श्रद्धालुओं द्वारा उत्स्फूर्त प्रत्युत्तर !

ब्रह्मपुरी यहां के गणपति नाका स्थित गणपति मंदिर में संकष्टी चतुर्थी के उपलक्ष्य में आयोजित मेले में भव्य धर्मशिक्षा फलक एवं ग्रंथों की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था ।

प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडीत गणपति भट द्वारा महर्षि अध्यात्म विश्‍वविद्यालय के फोंडा, गोवा के शोध विभाग का अवलोकन !

‘८.१२.२०१९ को विदुषी गंगूबाई हनगल गुरुकुल, हुब्बळ्ळी’ के संगीत गुरु तथा प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडीत गणपति भट ने फोंडा, गोवा स्थित महर्षि अध्यात्म विश्‍वभविद्यालय के शोधकार्य विभाग का अवलोकन किया ।

स्वभावपर औषधि है स्वभावदोष निर्मूलन प्रक्रिया ! – श्रीमती धनश्री केळशीकर, सनातन संस्था

कलियुग में स्वभावदोष निर्मूलन प्रक्रिया अपनाए बिना आनंदमय जीवन व्यतीत करना संभव ही नहीं है ।

पुणे में ‘आनंदमय जीवन हेतु अध्यात्म’ विषयपर प्रवचन का पाठक एवं जिज्ञासुओं द्वारा उत्स्फूर्त प्रत्युत्तर

सनातन संस्था की ओर से सोमवार पेठ स्थित काळाराम मंदिर में ‘आनंदमय जीवन हेतु अध्यात्म’ विषयपर आयोजित प्रवचन का जिज्ञासुओं द्वारा उत्स्पूर्त प्रत्युत्तर प्राप्त हुआ ।

मालाड (मुंबई) के नाडी प्रशिक्षक आचार्य वैद्य संजय छाजेड द्वारा रामनाथी (गोवा) आश्रम का अवलोकन

वर्ष १९८७ में वैद्य संजय छाजेड ने पुणे विश्वविद्यालय की आयुर्वेदाचार्य परीक्षा में प्रथम क्रम से उत्तीर्ण होकर सुवर्णपदक प्राप्त किया ।

जीवन में आनेवाली समस्याओं के समाधान हेतु स्वभावदोष निर्मूलन उपयुक्त ! – श्रीमती विद्या जाखोटिया, सनातन संस्था

मनुष्य जीवन के प्रत्येक चरणपर बाधाएं आती हैं । इनमें से अनेक बाधाएं हमारे स्वभावदोषों के कारण भी आती हैं । अतः हमने हमारे दोष दूर किए, तो इन समस्याओं का शीघ्र समाधान होगा ।

कलियुग में गुरुकृपायोगानुसार साधना करने से आनंदित रहने के साथ ही तीव्रगति से आध्यात्मिक उन्नति संभव ! – राजाराम रेपाळ, सनातन संस्था

२७ दिसंबर को  हिन्दकेसरी मारुति माने की जयंती के उपलक्ष्य में उनकी स्मृतिवाटिका में कवठेसप्तर्षि (कवठेपिरान) (जनपद सांगली, महाराष्ट्र) में ‘आनंदित जीवन हेतु अध्यात्म तथा साधना का महत्त्व’ विषयपर प्रवचन आयोजित किया गया था ।

राष्ट्रीय युवा वाहिनी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं द्वारा रामनाथी के सनातन आश्रम का अवलोकन

उत्तर प्रदेश में कार्यरत राष्ट्रीय हिन्दू युवा वाहिनी के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने १८ दिसंबर को यहां के सनातन आश्रम का अवलोकन किया ।