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वर्तमान के भागदौड के जीवन में किसी को भी और कभी भी संसर्गजन्य बीमारियों का अथवा अन्य किसी भी विकार का सामना करना पड सकता है । ऐसे समय पर शीघ्र ही किसी विशेषज्ञ वैद्यकीय परामर्श उपलब्ध हो ही सके, ऐसा कह नहीं सकते । सर्दी, खांसी, बुखार, उलटी, जुलाब, बद्धकोष्ठता, आम्लपित्त जैसे विविध रोगों पर घर के घर ही में उपचार कर पाएं, इस दृष्टि से होमियोपैथी चिकित्सापद्धति सर्वसामान्यजनों के लिए अत्यंत उपयोगी है ।
पाठकों से अनुरोध है कि किसी बीमारी पर स्वउपचार आरंभ करने से पूर्व ‘होमियोपैथी स्वउपचार संबंधी मार्गदर्शक सूत्र और प्रत्यक्ष औषधि का चयन कैसे करें ?’, यह जानकारी पाठक पहले पढकर भली-भांति समझ लें और उस अनुसार औषधि चुनें !
संकलक : होमिओपॅथी डॉ. प्रवीण मेहता, डॉ. (सौ.) संगीता अ. भरमगुडे आणि डॉ. अजित भरमगुडे
पीठ में मंद से तीव्र वेदना होना, इसे पीठदर्द कहते हैं । कई बार इस पीठदर्द के लक्षण के अतिरिक्त कोई अन्य विशेष लक्षण हो, तो वह औषधि लें । ये लक्षण, उन औषधियों के नाम के आगे दिए हैं ।
१. आर्निका मोन्टाना (Arnica Montana)
१ अ. आघातजन्य चोट (traumatic injuries) अथवा अति श्रम के कारण पीठ में वेदना होना
१ आ. पीठ में वेदना, संवेदना न होना, ठोकर लगने समान प्रतीत होना
१ इ. जिस किसी भी स्थान पर सोने के लिए जाएं वह स्थान अत्यंत कठोर लगना
१ ई. प्रतिदिन उपयोग में लाया जानेवाला बिस्तर मुलायम होते हए भी कठोर लगने से कहीं भी चैन न मिलना । कोमल स्पर्श की खोज में लगातार स्थान बदलते रहना
२. काली कार्बोनिकम् (Kali Carbonicum)
२ अ. पीठ में सुई चुभोने समान तीव्र वेदना होना
२ आ. पीठ टूट जाने समान प्रतीत होना
२ इ. पीठ में कमजोरी लगना
२ ई. लेटे रहने से अथवा आराम करने से वेदना अधिक होना
२ उ. चलने से अथवा हालचाल करने से अच्छा लगना
२ ऊ. गर्भवती स्त्रियों में अथवा गर्भपात होने के उपरांत पीठ में वेदना होना
३. र्हस टॉक्सिकोडेंड्रॉन (Rhus Toxicodendron)
३ अ. भारी वजनदार वस्तु उठाने से लचक आना, वर्षा में भीगना, नमीयुक्त कपडे डालकर अथवा नमीयुक्त बिस्तर पर साेने से पीठदर्द
३ आ. पीठ में कडकपन, ठोकर लगने समान और दाहकता प्रतीत होना
३ इ. हालचाल करने के उपरांत वेदना कम होना
४. ब्रायोनिया अल्बा (Bryonia Alba)
४ अ. पीठ में सुई चुभोने समान वेदना होना
४ आ. हालचाल करने से वेदना बढना
४ इ. दाब देने पर और पूर्ण आराम करने पर वेदना कम होना
५. बर्बेरिस् व्हल्गॅरिस् (Berberis Vulgaris)
५ अ. पेशाब अथवा गुदाशय संबंधी शिकायत के साथ पीठदर्द में उपयुक्त